लखनऊ: हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अडाणी ग्रुप से जुड़े मामलों का जिक्र होने के बाद देश की राजनीति में भूचाल आ गया है। केंद्र सरकार के सामने कांग्रेस पार्टी लगातार इसको लेकर आवाज बुलंद कर रही है। कांग्रेस ने इस मामले पर संयुक्त संसदीय समिति बनाकर जांच की मांग उठाई है। संसद में भी इसको लेकर हंगामाखेज हालात बन चुके हैं। इसी बीज आज राजधानी लखनऊ में यूपी कांग्रेस ने अडानी ग्रुप के खिलाफ पैदल मार्च किया।
आज राजधानी लखनऊ में उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने बेगम हजरत महल पार्क से एसबीआई ऑफिस और एलआईसी ऑफिस तक पैदल मार्च निकालकर अडानी ग्रुप के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस प्रशासन ने परिवर्तन चौराहे पर बैरिकेटिंग कर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को एलआईसी ऑफिस जाने से रोक दिया। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रांतीय अध्यक्ष नकुल दुबे ने कहा कि आम आदमी की कमाई को सरकार एक बड़े पूंजीपति के हाथों में देने का काम कर रही है। हमारे देश के नौजवानों, किसानों और महिलाओं ने अपनी कमाई का जो पैसा एलआईसी और एसबीआई में निवेश किया था वो अब खतरे में है। उन्होंने आगे कहा कि हमारी मांग है कि आम लोगों के पैसों को सुरक्षित किया जाए। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट के 3 जजों से जांच कराई जाए और दोषी लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार जनता और विपक्षियों की बात हमेशा दबाने का काम करती है।