ब्यूरो रिपोर्ट आशीष सिंह राठौड़ आजमगढ़
से 15 दिन पहले
घर आये युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या।
15 दिन पूर्व विदेश से लौटा था घर,परिवार में मचा कोहराम।
पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
आजमगढ़।
सगड़ी जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के देवपुर कमालपुर बाजार में विदेश से कमाकर 15 दिन पहले घर लौटे युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या घर में मचा कोहराम।घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया।विदेश में दो साल तक मेहनत- मजदूरी कर 15 दिन पहले अपने घर लौटे 24 वर्षीय युवक अनिल ने अपने मकान के कमरे में रस्सी के सहारे फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली। इस घटना ने न केवल परिवार को गहरे सदमे में डुबो दिया, बल्कि पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
मृतक अनिल की फाइल

फोटो)
रविवार को दोपहर करीब 2:00 बजे अनिल,पुत्र शैलेंद्र,उम्र 24 साल निवासी फरीदपुर ने अपने घर के एक कमरे में रस्सी के सहारे गले में फंदा डालकर आत्महत्या कर ली। उस समय घर पर कोई मौजूद नहीं था। अनिल की मां मंजू देवी किसी कार्य से घर से बाहर गई थीं। जब वह घर लौटीं और बेटे को फंदे पर लटका देखा तो उनकी चीख-पुकार मच गई। मां की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर एकत्र हो गए और तुरंत जीयनपुर कोतवाली पुलिस को सूचना दी गई।
सूचना मिलते ही जीयनपुर थाने के एस आई विश्वजीत पांडेयगांव वालों के लिए उसका इस तरह अचानक चले जाना किसी बड़े झटके से कम नहीं है।
अनिल की मौत की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया। मां मंजू देवी और बहन रिशा का रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय लोगों ने बताया कि अनिल बेहद मेहनती और जिम्मेदार युवक था। उसकी आत्महत्या की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है। जिसके कारण गांव में तरह-तरह की चचार्एं हो रही हैं। जीयनपुर कोतवाली पुलिस ने मामले की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिवार वालों के बयानों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अभी तक आत्महत्या के पीछे का कारण सामने नहीं आया है। पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। अनिल की मां मंजू देवी की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामले में इत्तेफाकिया दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी।अनिल पिछले दो वर्षों से अबू धाबी में रहकर मेहनत-मजदूरी कर रहा था। वह 15 दिन पहले ही अपने घर फरीदपुर लौटा था। दो भाइयों और एक बहन में सबसे बड़ा होने के नाते वह परिवार की जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहा था। परिवार