रिपोर्ट: नीरज शुक्ला/ रामनगर बाराबंकी
बाराबंकी जनपद के विकास खंड रामनगर से है। जहां पर ग्राम पंचायत अमोली कलां में बने अमृत सरोवर से भ्रस्टाचार की बू आ रही है। बताते चले कि उस समय मौजूद प्रभारी सचिव के द्वारा जून 2022 में बनाये गए उन्नीस लाख तेतीस हजार चार सौ पछपन रुपये की लागत से अमृत सरोवर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। अमृत सरोवर के चारो ओर बनी मानक विहीन इंटरलॉकिंग महज कुछ ही महीनों में धराशायी हो गयी है। इंटरलॉकिंग में जगह जगह बड़े बड़े गड्ढे हो गए है। एक तरफ की पूरी इंटरलॉकिंग भरभरा कर गिर गयी है। इस अमृत सरोवर में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। साफ सफाई निरंतर न होने की वजह से यह सरोवर जंगल झाड़ी का रूप ले रहा है।इस अम्रत सरोवर को लेकर बीते दिनों कई समाचार पत्रों में खबर भी प्रकाशित हुई थी लेकिन संबंधित जिम्मेदार लोगों की आपसी सांठ गांठ के चलते इस मामले को दबा दिया गया।
इस तस्वीर में आप लोग साफ देख सकते है कि इस अम्रत सरोवर में किस कदर का भ्रष्टाचार किया गया है। इस संबंध में जब रामनगर खंड विकास अधिकारी विजय सिंह से जानकारी चाही तो उन्होंने बताया कि इस मामले की जल्द ही जांच की जाएगी। अब देखना यह है कि इस खबर को संज्ञान में लेते हुए उच्चाधिकारियों के द्वारा कोई कार्रवाई होती है या फिर इस मामले को नजरअंदाज कर ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।