अमरोहा: सड़क हादसे में तीन दोस्तों की मौत, रिश्तेदारी से घर लौट रहे थे तीनों बाइक सवार

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अमरोहा: मंडी धनौरा थाना इलाके में देर रात शेरपुर मार्ग पर स्थित गांव खावडी के निकट एक तेज रफ्तार बाईक सड़क किनारे खड़े पेड़ से जा टकराई। दुर्घटना में बाईक सवार तीनों दोस्तों की मौत हो गई। हादसे के बाद चीख पुकार की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। तीनों युवकों को धनौरा सीएचसी लाया गया। चिकित्सक ने तीनों युवकों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने तीनों युवकों के शवों को पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। तीनों युवक बिजनौर जनपद के चांदपुर इलाके के रहने वाले थे।

जानकारी के मुताबिक जनपद बिजनौर के थाना चांदपुर इलाके के गांव सहानिया निवासी 38 वर्षीय सुभाष अपने दोस्त 40 वर्षीय मुन्नू और 42 वर्षीय संदीप उर्फ संजू को साथ लेकर बाइक से धनौरा थाना इलाके के गांव पत्थर कुटी स्थित अपनी रिश्तेदारी में आया था।

यहां से तीनों दोस्त देर रात अपने गांव लौट रहे थे। जैसे ही इनकी बाईक शेरपुर मार्ग पर गांव खावडी के पास पहुंची।संतुलन बिगड़ने से सड़क किनारे खड़े पेड़ में जा टकराई। हादसे के बाद आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके की ओर दौड़े और घटना की सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों को धनौरा सीएचसी भिजवाया।

जहां चिकित्सक ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। उधर घटना की जानकारी मिलने के बाद परिजन भी मौके पर आ गए। उधर जानकारी करने पर धनौरा थाना प्रभारी विनय कुमार ने बताया कि सड़क हादसे में बाईक सवार तीन युवकों की मौत हुई है। तीनों के शवों को पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।

परिजनों व ग्रामीणों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप

सड़क हादसे में घायल हुए तीनों युवकों को लेकर परिजन व ग्रामीण समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे। यहां इमरजेंसी में कोई चिकित्सक मौजूद ना मिलने पर परिजनों व ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। अस्पताल परिसर में हंगामा होता देख लेबर रूम में ड्यूटी कर रहे हैं चिकित्सक इमरजेंसी कक्ष की ओर दौड़े हंगामा कर रहे परिजनों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया।

चांदपुर थाना क्षेत्र के गांव सहानिपुर के ग्राम प्रधान पिंकू ने आरोप लगाया कि जब वह सड़क हादसे में घायल तीनों युवकों को एंबुलेंस से सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे तो यहां कोई भी चिकित्सक मौजूद नहीं। यह देख घायल के परिजनों का ग्रामीणों का पारा चढ़ गया और उन्होंने जमकर हंगामा किया। सरकारी अस्पताल पर इमरजेंसी में चिकित्सक के मौजूद रहने व हंगामे के बारे में जानकारी करने पर चिकित्सक डॉ रमाशंकर ने बताया कि इमरजेंसी चिकित्सा अधीक्षक डॉ मनदीप सिंह की ड्यूटी थी।
ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक के मौजूद ना मिलने पर मृतक के परिजनों ने हंगामा किया था। शोर सुनकर चिकित्सक डॉ रमाशंकर मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझा-बुझाकर मामला शांत करा दिया गया। उधर ग्राम चांदपुर क्षेत्र के प्रधान ने चिकित्सकों की लापरवाही के संबंध में आला अधिकारियों को अवगत कराने की बात कही।