बलरामपुर:
बलरामपुर के अंतर्गत आने वाली 6 की 6 पंप नहरों पर पूरी तरह से भ्रष्टाचार व्याप्त है।
करीब 1 वर्षों से बंद पड़ी पंप नहर किसानों के लिए मुसीबत बनी हुई हैं।
इतना ही नहीं किसानों ने बताया पानी मिलना तो दूर की बात है नहर की।लाइन दुरुस्त व सही तक नही है।
और तो और पंप नहर की सफाई कराये बगैर ही अधिकारी व ठेकेदारों की मिलीभगत से भुगतान करा लिया जाता है।
नीचे से ऊपर तक के अधिकारी कर्मचारी जब भ्रष्टाचार में लिप्त हों तो हम गरीबों की फरियाद सुनने वाला कौन है चाहे फसल सूखे चाहे किसान मरे।
हमारे संवाददाता के अनुसार बलरामपुर कटरा शंकर नगर स्थिति पंप नहर की हालत भी बद से बद्तर है सरकार के द्वारा करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद भी पंप नहरों की हालत सुधरने का नाम नहीं ले रही है।
चाहे सिल्ट सफाई,मरम्मत या खुदाई का कार्य हो सिर्फ कागजों पर ही होकर रह जाता है और अधिकारी बिना कार्य कराये ही रुपयों का बंदरबांट कर लेते हैं।
जबकि जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह लगातार पंप नहरों का निरीक्षण करते हैं लेकिन अधिकारियों के द्वारा गुमराह कर दिया जाता है मंत्री सही जगह निरीक्षण करने से कोसों दूर रखा जाता है वहीं लखनऊ में बैठे अधिशासी अभियंता भी मलाई काटने में जुटे हैं चाहे किसानों की फसल बर्बाद हो चाहे किसान।
अब देखना यह है कि आखिर जल शक्ति मंत्री इस पर क्या कार्यवाही करते हैं।इस संबंध में अधिशासी अभियंता विमल चौधरी ने बताया कि अत्यधिक बाढ के कारण नहरों को नुकसान हुआ है। नहरों को ठीक कराने की परियोजना बनायी जा रही है। जल्द ही पूरी तरह से ठीक करायी जायेगी।