संवाद दाता-विशाल सिंह
गाजीपुर सैदपुर । देश के बेहद हाईप्रोफाइल बन चुके राजा राघुवंशी हत्याकांड हत्याकांड में सैदपुर क्षेत्र की युवती द्वारा बयान देने के बाद अब वो अपने ही बात में उलझती नजर आ रही है। युवती द्वारा मीडियो को दो अलग-अलग बार दिए गए बयानों व उसके द्वारा दिखाए गए रोडवेज बस टिकट से उसकी सोनम रघुवंशी से मिलने व उसके साथ यात्रा करने की बातें पूरी तरह से गलत साबित हो रही हैं। उसके पास से मिला रोडवेज बस का टिकट 7 जून की रात 11ः04 का है, जबकि सोनम 9 जून की रात 1 बजे नंदगंज स्थित ढाबे पर बरामद हुई थी। ऐसे में उजाला द्वारा सुनाई जा रही कहानी में पूरा का पूरा 8 जून ही गायब है। जिससे उसका सोनम के साथ सफर करने का दावा गलत लग रहा है।
मध्य प्रदेश के इंदौर निवासी राजा रघुवंशी की मेघालय के शिलांग में हत्या के 17वें दिन हत्या के मामले में उसकी नईनवेली पत्नी सोनम रघुवंशी की गिरफ्तारी के छठें दिन सैदपुर के होलीपुर निवासिनी उजाला यादव अचानक से मीडिया के सामने आती है और बयान देती है कि वो सोनम के साथ सफर कर रही थी। शनिवार को उजाला सैदपुर में कोतवाली में आई और ऐसे ही बातचीत में किसी से सोनम से मिलने के दावे करने लगी तो एक मीडियाकर्मी ने उसका बयान लिया। उस दौरान एक चैनल पर उजाला ने तारीख पूछने पर भी बिना तारीख बताए ये दावा किया कि वो रात में कैंट स्टेशन पर थी तो सोनम आई और पूछा था कि बस कहां से मिलेगी। उसके साथ एक चालक व एक दूसरे लड़के के होने का दावा किया था। ये भी कहा कि स्टेशन से करीब आधा किमी दूर स्थित रोडवेज बस स्टैंड से वो उसी बस में चढ़ी, जिसमें उजाला बैठी थी और सीट पर उसके ठीक बगल में खिड़की के किनारे बैठी थी। जबकि उजाला ने कहा कि मैं पहले बस में चढ़ी और बाद में सोनम, इस लिहाज से खिड़की किनारे उजाला को होना चाहिए। इसके बाद रात में करीब 20-30 मिनट तक बात करने व इंस्टाग्राम पर सोनम का वीडियो देखने का दावा करते हुए कहा कि मैंने सोनम से कहा कि देखो आजकल क्या हो रहा है। इस पर सोनम ने अपना वीडियो देखकर कहा कि ऐसा फालतू वीडियो नहीं देखा जाता है। वहीं राजा के भाई सचिन ने बताया कि उससे फोन पर बातचीत में उजाला ने बताया था कि सोनम ने उस वक्त स्कार्फ बांधा था। इधर रविवार की सुबह 11 बजे दोबारा जब उजाला ने मीडिया के सामने बयान दिया तो अबकी बार कहानी बदल गई। उसने बताया कि 8 जून की रात कैंट स्टेशन पर मिली थी और मुझसे गोरखपुर की बस के बारे में पूछा। फिर उजाला गोरखपुर ट्रेन की बात मीडियाकर्मी से कहने लगी। बताया कि वहां से मैं ऑटो से रोडवेज स्टैंड चली आई। बाद में सोनम भी आई और वो भी बस में बैठ गई। लेकिन रविवार को बताई कहानी में उसने कहा कि वो बस के अंदर बीच का रास्ता छोड़कर अलग-अलग सीट पर बैठे थे। जबकि शनिवार को बताया था कि वो खिड़की के पास और मेरी बगल में बैठी थी। यहां तक कि उसने ये भी कहा कि बस स्टैंड पर भी 2 लोग छोड़ने आए थे। लेकिन पहले बयान में कैंट स्टेशन पर 2 लोगों के आने की बात कही। बताया कि बस में बैठने के बाद सोनम किसी से मोबाइल मांगने लगी तो उसने खुद को स्टॉफ बताकर मोबाइल नहीं दिया। बयान देने के दौरान तारीख पूछने पर पहले उसने 9 कहा फिर 8 जून की रात बताया। जबकि उसके पास से मिला हुआ रोडवेज बस का टिकट 7 जून की रात का है। यानी उजाला ने वाराणसी से सैदपुर तक सफर तो किया है लेकिन वो सोनम के साथ 8 जून की रात को नहीं बल्कि उससे एक रात पहले 7 जून की रात में। वहीं उसके बयान के आधार पर ये सवाल भी खड़ा होता है कि बसों की पूरी जानकारी होने के चलते उजाला कैंट से रोडवेज स्टैंड तक तुरंत पहुंच गई लेकिन बिना किसी जानकारी के सोनम तत्काल रोडवेज स्टैंड और फिर उसी समय उस बस में कैसे चढ़ गई, जबकि अगर वो यहां नई थी तो उसे जानकारी के अभाव में लोगों से पूछते हुए काफी देर में आना चाहिए था। इसके अलावा उजाला ने ये भी बताया था कि सोनम उससे काफी देर तक बात करती रही, यहां तक कि ये भी पूछा कि वो इतनी रात में कहां से आ रही है। अपराध के आरोप में लगातार 16 दिनों से फरार महिला द्वारा इस तरह से निश्चिंत होकर किसी से बात करना संदिग्ध है। उजाला ने बयान में ये भी दावा किया उसे रात में नहीं बल्कि सुबह पता चला कि वो सोनम थी तो उसने नंदगंज थाने पर फोन किया तो दूसरी तरफ से थैंक्यू बोला गया। साथ ही मेघालय पुलिस द्वारा फोन करने की भी बात उजाला ने कही। उजाला ने बताया कि उसने राजा रघुवंशी के भाई सचिन का नंबर सोशल मीडिया पर वायरल शादी के कार्ड से लेकर खुद ही सचिन को फोन किया था। जबकि बड़ा सवाल ये है कि जब सोनम बस में सभी से मोबाइल मांग रही थी कि उसने करीब 20 से 30 मिनट तक बात करने का दावा करने वाली उजाला से मोबाइल क्यों नहीं मांगा। हालांकि सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर उजाला ने अपने बस टिकट के विपरीत जाकर इस तरह का बयान क्यों दिया, इस बात की क्षेत्र में खूब चर्चा है।