राघवेंद्र मिश्रा
बाराबंकी
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मथुरानगर अंतर्गत अलियाबाद में बना नया प्राथमिक स्वास्थ केंद्र अव्यवस्थाओं के कारण खंडहर में तब्दील हो रहा है। अस्पताल में बनी चहरदीवारे टूट गई है। करीब 50 मीटर से अधिक चहरदीवार टूटी हुई है। अस्पताल में कहने को तीन नल लगे है लेकिन पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। अस्पताल में लगे एक नल में बहुत ही खारा पानी आता है, दूसरे नल में पानी के साथ कचड़ा आता है जबकि तीसरा नल बेकार है। स्वास्थ्य केंद्र में डॉ न आने के कारण यहां एक भी मरीज नही आते। अस्पताल में तैनात चिकित्सकों और स्टॉफ को अस्पताल आने का समय नही मिलता। अस्पताल केवल ए.एन.एम खुशबू वर्मा, वार्ड बॉय और स्वीपर के भरोसे चल रहा है। अस्पताल परिसर में बड़ी बड़ी घास उगी हुई है। अस्पताल में लगी पानी की टंकी फूटी हुई है। ए.एन.एम खुशबू वर्मा ने बताया कि हम इसी अस्पताल में रहते है लेकिन यहां पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। हमें पीने का पानी लाने के लिए अस्पताल के बगल बने दूरभाष केंद्र परिसर में जाना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि लाखों खर्च करके अस्पताल का निर्माण हुआ है लेकिन डॉ न होने के अभाव में बिल्डिंग खंडहर में तब्दील हो रही है। मथुरानगर सीएचसी अधीक्षक अमित दूबे ने बताया कि अलियाबाद पीएचसी के लिए कोई डॉ हमारे पास नही है, हमने डॉ की मांग की है। अलियाबाद में जो पीएचसी की चहारदीवारी टूटी है और जो भी अव्यवस्था है उसके कंस्ट्रक्शन के लिए बजट के लिए भेज दिया गया है।
