कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार को एनडीए सरकार की जमकर आलोचना की। उन्होंने सरकार पर राज्य को धोखा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राज्य को मिलने वाली धनराशि में भारी कटौती की गई है। केंद्र सरकार ने राज्य को जो कुल 1,73,030 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, उसमें से कर्नाटक को सिर्फ 6,310 करोड़ रुपये दिए गए, जो पिछले आवंटनों की तुलना में बहुत कम है। इसे उन्होंने गंभीर अन्याय करार दिया। बता दे 2018-19 में राज्य को 46,288 करोड़ रुपये मिले थे, लेकिन 2024-25 में सिर्फ 44,485 करोड़ रुपये आवंटित किए गए, जिसमें 15,299 करोड़ रुपये अतिरिक्त अनुदान हैं। उन्होंने आगे कहा, कर्नाटक देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 8.4 फीसदी का योगदान देता है। हम जीएसटी संग्रह में दूसरे स्थान पर हैं। 17 फीसदी वृद्धि के साथ जीएसटी वृद्धि में देश का नेतृत्व करते हैं। हालांकि, कर्नाटक के महत्वपूर्ण योगदान के बावजूद, केंद्रीय बजट 2018-19 में 24.42 लाख करोड़ रुपये से दोगुना होकर 2024-25 में 48.20 लाख करोड़ रुपये हो गया है, फिर भी राज्य का हिस्सा स्थिर है। 2018-19 में, कर्नाटक को 46,288 करोड़ रुपये मिले, लेकिन 2024-25 में, इसे अनुदान में अतिरिक्त 15,299 करोड़ रुपये के साथ केवल 44,485 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। कर्नाटक जो इतना योगदान दे रहा है, उसे सालाना कम से कम एक लाख करोड़ रुपये मिलने चाहिए, लेकिन उसे उसके सही हिस्से से वंचित रखा जा रहा है।’
