राघवेंद्र मिश्रा
बाराबंकी
बिजली के तार चोरी करने वाला गिरोह देवा कोतवाली क्षेत्र से भी कई खंभों पर बिछे करीब 22 हजार मीटर तार काट ले गया। पेट्रोलिंग के दौरान पावर कॉर्पोरेशन के अधिकारियों को इसकी à बीसीजानकारी हुई तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। एसडीओ की तहरीर पर अज्ञात चोरों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इससे पहले बड्डूपुर थाना क्षेत्र में भी चोर आठ हजार मीटर तार काट ले गए थे।पावर कॉर्पोरेशन के जेई अमरेश कुमार सिंह ने देवा पुलिस को तहरीर देकर बताया कि माती से दुंदपुरवा व बबुरिहा से खुशहाली पुरवा नदी तक 33 केवी लाइन का करीब 22 हजार 80 मीटर तार चोर काट ले गए। दो दिन पहले 15 नवंबर को इसकी जानकारी तब हुई जब पैट्रोलिंग की जा रही थी।
जेई ने पुलिस से यह भी बताया कि इससे पहले जून महीने में चिनहट से आई लाइन का 22 खंभों का करीब 3700 मीटर तार चोरी हो गया था। अधिकारियों ने बताया कि चोरी गए तार की कीमत करीब 10 लाख रुपये है। 24 घंटे में तार चोरी की दूसरी वारदात सामने आने से पुलिस के साथ बिजली अधिकारियों की नींद उड़ गई है।
इससे पहले बड्डूपुर थाना क्षेत्र में 14 नवंबर को आठ हजार मीटर तार चोरी की बात पता चली थी। इसका केस बड्डूपुर थाने में दर्ज हुआ है। देवा के कोतवाल पंकज कुमार सिंह ने बताया कि चोरी जून में हुई है। केस अब दर्ज किया गया है। जबकि जेई व एसडीओ के अनुसार, जून में चोरी हुई थी जिसकी जानकारी पुलिस को दी गई थी। इसके बाद अब पुन: दो दिन पहले 15 नवंबर को पैट्रोलिंग करने पर पता चला कि फिर करीब 22 हजार मीटर तार और कट गया है। मिलीभगत तो नहीं, जांच कर सकती है एसटीएफ
बड़े स्तर पर हो रही तार चोरी की घटनाओं से पुलिस अधिकारी भी हैरान हैं। वहीं पावर कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने इस संबंध में डीएम से भी बात की है। हो सकता है कि इसमें एसटीएफ की मदद ली जाय। घटनाओं के बाद पुलिस इस बिंदु पर भी ध्यान दे रही है कि कहीं बिजली महकमे के ही कर्मचारियों की इसमें मिलीभगत तो नहीं है।
तार चोरी कब हुआ, यह भी बिजली अधिकारी ठीक ढंग से नहीं बता पा रहे हैं। सीओ सिटी नवीन सिंह का कहना है कि संदिग्धता को देखते हुए हर बिंदु पर जांच की जा रही है। जबकि अधीक्षण अभियंता एएच खान का कहना है कि एसटीएफ की मदद लेने की योजना है।