जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ जमकर नारेबाजी

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बाराबंकी: जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत के विरुद्ध जमकर नारेबाजी हुई। सदस्याें ने आरोप लगाया कि फर्जी तरीके से टेंडर कराकर 53 करोड़ रुपये का बंटरबांट किया गया है। एक साल में हाेने वाली छह बैठकों में मात्र एक बैठक कर खानापूर्ति की गई है। खास बात यह है कि आक्रोशित सदस्यों ने कई भाजपा के जिला पंचायत सदस्य भी शामिल है।शनिवार को जिला पंचायत के सभागार में बोर्ड की बैठक होनी थी। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत भी मौजूद रहीं। बैठक में 53 करोड़ के बजट से कराए जाने वाले कामों को गिनाने के दौरान सदस्य आक्रोशित हो गए और आरोप लगाया कि किन-किन सदस्याें से प्रस्ताव लिए गए। इसके साथ यह भी कहा कि कहीं पर एक-एक करोड़ तो कहीं पर 10 से 20 लाख के काम कराए गए। सबको बराबर काम क्यों नहीं दिया गया। आक्रोशित सदस्यों ने जिला पंचायत अध्यक्ष पर यह भी आरोप लगाया कि शासनादेश के मुताबिक एक साल में छह बार होनी बैठक मात्र एक बार ही कराई गई।

सपा की जिला पंचायत सदस्य नेहा आनंद ने जवाहर लाल वर्मा पर निशाना साधते हुए कहा कि सदस्यों के प्रतिनिधि के रुप में आने वाले लोग बैठक में क्यों हैं। वह सदस्यों को जबरदस्ती बैठा देते हैं। बोर्ड की बैठक के बाद सदस्यों ने कार्य बहिष्कार कर दिया और सभागार के मुख्य द्वार पर ताला तक जड़ दिया। और बाहर आकर नारेबाजी भी। इनमें भाजपा के गुलाब रावत समेत सपा की पूजा सिंह, लवली रावत समेत कई सदस्य शामिल रहे।