छात्र को बस ने रौंदा, मौत, ग्रामीणों ने दो घण्टे सड़क जाम कर जमकर किया धरना प्रदर्शन

स्थानीय समाचार

संवाददाता- इनामुल हक के साथ मोनू भारती

करहा मुहम्मदाबाद गोहना मऊ

रानीपुर थाना क्षेत्र के गद्दोपुर गांव स्थित मिल के पास एक छात्रा को बस ने कुचल दिया जिससे कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई। चालक बस को लेकर भाग रहा था कि ग्रामीणों ने दौड़ाकर पकड़ लिया और उसकी धुनाई कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने चालक को हिरासत में ले लिया। घटना से नाराज ग्रामीणों ने महमूदपुर- नगपुर चट्टी पर शव को रखकर सड़क जाम कर दिया जिससे कि आने-जाने वालों रागिरो को भारी दिक्कतें झेलनी पड़ी। घटना की जानकारी होने पर पुलिस उपाधीक्षक डॉक्टर अजय विक्रम सिंह अपने सर्किल के तीनों थाना क्षेत्र के पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए और सड़क पर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को काफी समझाने बुझाने का प्रयास किया परंतु आक्रोशित ग्रामीण मौके पर उपजिलाधकारी हेमंत कुमार चौधरी के आने की मांग कर रहे थे। घटनास्थल पर पहुंचे एसडीएम ने मृत बालिका के स्वजन को आर्थिक सहायता देने के आश्वासन पर महिलाओं ने करीब दो घण्टे बाद जाम को समाप्त कर दिया। रानीपुर थाना क्षेत्र के भतड़ी गांव निवासी वीर चौहान पुत्री रवींद्र चौहान उम्र 11 वर्ष सोमवार की सुबह अपने घर से करहां एक प्राइवेट विद्यालय में पढ़ने आई थी। इस विद्यालय में कक्षा 5 की छात्रा थी। यहां से छुट्टी होने के बाद दोपहर करीब 12:00 बजे अपने घर वापस जा रही थी कि अपने दोस्तों के साथ कुछ आपस में धक्का-मुक्की हुई जिससे कि छात्रा मोहम्मदाबाद गोहना चिरैयाकोट मुख्य सड़क पर जा गिरी मोहम्मदाबाद गोहाना से चिरैयाकोट जा रही एक प्राइवेट बस का पिछला चक्का उसके ऊपर से गुजर गया जिससे कि उसकी कुचल कर मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद चालक बस को लेकर भागने का प्रयास कर रहा था की ग्रामीणों ने उसे दौड़ाकर नागपुर चट्टी के पास उसे पकड़ लिया इसके बाद इसकी सूचना किसी ने थाने की पुलिस को दिया जिस पर मौके पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेना चाही परंतु आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को देने से इनकार कर दिया। बेकाबू भीड़ को देखकर इसकी सूचना थाना प्रभारी ने पुलिस क्षेत्राधिकारी को दिया जिस पर उन्होंने चिरैयाकोट थाने मोहम्मदाबाद कोतवाली पुलिस को मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया और अपने भी स्वयं घटनास्थल पर पहुंचकर भीड़ को समझाने बुझाने का प्रयास कर रहे थे परंतु नाराज ग्रामीण पुलिस अधिकारियों की किसी भी बात को सुनने के लिए तैयार नहीं थे। एसडीम के काफी समझाने बुझाने के बाद महिलाओं ने 2 घंटे बाद जाम को समाप्त कर दिया। पुलिस ने शो को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए थाने लेकर चली गई। जाम से राहगीर काफी परेशान रहे। काफी दूर तक गाड़ियों का रेला लगा रहा। बालिका के पिता विदेश में रहकर किसी प्राइवेट कंपनी में कार्य करते हैं वही माता अयोध्या किसी कार्य से गई हुई है।