UP News : बिजली बिल बकाया है तो जल्द कर दीजिए जमा, तय अवधि से आगे नहीं बढ़ेगी एक मुश्त समाधान योजना

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बिजली का बिल बकाया है और जमा नहीं किया है तो जल्द ही जमा कर दें। क्योंकि बिजली उपभोक्ताओं के लिए लाई गई ओटीएस योजना निर्धारित अवधि से आगे नहीं बढ़ेगी। योजना का लाभ उठाने के लिए विद्युत उपभोक्ता समय से अपना पंजीकरण करा लें। उन्होंने यह भी साफ किया कि बिजली चोरी के मामलों में पहली और आखिरी बार यह छूट दी जा रही है।पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष डॉ आशीष कुमार गोयल ने स्पष्ट शुक्रवार को शक्ति भवन में ओटीएस स्कीम की समीक्षा के दौरान उन्होंने फिर दोहराया कि योजना का पहला चरण 30 नवंबर को समाप्त हो रहा है। योजना का लाभ उठाने के लिए विद्युत उपभोक्ता समय से अपना पंजीकरण करा लें। उन्होंने यह भी साफ किया कि बिजली चोरी के मामलों में पहली और आखिरी बार यह छूट दी जा रही है।

 

प्रबंध निदेशकों के साथ बैठक में अध्यक्ष ने बताया कि आठ नवंबर से प्रारंभ एकमुश्त समाधान योजना के तहत अब तक लगभग 8.50 लाख उपभोक्ताओं ने अपना पंजीकरण कराया है, जिसमें पावर कारपोरेशन को 680 करोड़ रुपये प्राप्तउन्होंने कहा कि ओटीएस के माध्यम से विद्युत चोरी के मामलों में फंसे उपभोक्ताओं से संपर्क करके ऐसे प्रकरणों को समाप्त कराया जाए। कहा, किसी भी परीक्षण खंड का पद रिक्त न रहें, वहां तत्काल तैनाती की जाए। प्रदेश में अटैच अभियंताओं को फील्ड में तैनात किया जाए। आरडीएसएस योजना के कार्यों को भी समय से पूर्ण किया जाए। हुए हैं।किया है कि बिलापरवाही करने पर होगी कड़ी कार्रवाई

अध्यक्ष ने कहा कि जो लोग अपना कार्य और दायित्व का निर्वहन नहीं कर रहे हैं उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए, साथ ही ईमानदारी से कार्य करने वालों को पुरस्कृत करें। उन्होंने कहा कि भारत सरकार एटी एंड सी हानियों को कम करने के लिए लगातार कह रही है, हमें हर हाल में इसे कम करना हैदक्षिणांचल में नलकूप उपभोक्ताओं के लिए चल रही एक मुश्त समाधान योजना के संदर्भ में भ्रामक ट्वीट करने पर संबंधित संविदाकर्मी को सेवा से हटा दिया गया है साथ ही संबंधित सहायक अभियंता को निलंबित करते हुए मुख्य अभियंता को चार्ज-शीट देने के निर्देश भी अध्यक्ष ने दिए हैं।। इसीलिए अवर अभियंता से लेकर मुख्य अभियंता तक के कार्यों की नियमित समीक्षा होनी चाहिए।जली उपभोक्ताओं के लिए लाई गई एक मुश्त समाधान योजना (ओटीएस) योजना निर्धारित अवधि से आगे नहीं बढ़ेगी।