यूपी न्यूज: भाजपा विधायक की दरिंदगी, एक साल में 6 बार रेप किया, गर्भवती हुई तब भी नहीं छोड़ा, कोर्ट ने 25 साल की सजा व 10 लाख रुपये का लगाया जुर्माना

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सोनभद्र के दुद्धी विधानसभा से BJP विधायक रामदुलार गोंड को कोर्ट ने सजा सुनाते हुए 25 साल की सजा और 10 लाख रुपये जुर्माना लगाने का ऐलान किया है, बहन के साथ हुए दुष्कर्म के खिलाफ आवाज उठाने वाले भाई ने कोर्ट में कई साल तक केस लड़ा था, तब जाकर के इंसाफ मिला, बता दें कि सोनभद्र के दुद्धी विधानसभा से भाजपा विधायक रामदुलार गोंड पर एक युवती से रेप का आरोप लगा था, जब रामदुलार पर यह आरोप लगा था, उस समय वह युवती नाबालिग के साथ ही मात्र 15 साल की उसकी उम्र थी, भाजपा विधायक रामदुलार गोंड ने नाबालिग से एक साल तक रेप किया था, पहली बार जब लड़की शौच के लिए अपने घर से गई थी, तो आरोपी विधायक ने पीड़िता से पहली बार रेप किया, इस एक साल में रामदुलार ने करीब 6 बार युवती के साथ इस घिनौनी घटना को अंजाम दिया, जिसके बाद पीड़िता गर्भवती हो गई, इसके बाद विधायक ने फिर से लड़की के साथ दरिंदगी करनी चाही, लेकिन मौका देखते ही वह वहां से भागकर अपने भाई के पास पहुंच गई, पीड़िता ने पूरी घटना के बारे में अपने भाई को बताया जिसके बाद वह पुलिस के पास पहुंचे, और पूरी बात बताई, इसके बाद जब पुलिस ने जांच करना शुरू किया, तो उन्हें पर्याप्त सबूत मिले, और उन्होंने विधायक के ऊपर पास्को एक्ट के तहत केस दर्ज किया, कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने के बाद आरोपी को जेल भी भेज दिकोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने के बाद आरोपी को जेल भी भेज दिया गया, लेकिन वह जल्द ही जमानत पर बाहर आ गया, और रामदुलार विधायक बन गया था, इसके बाद उसने सबूतों से छेड़छाड़ करते हुए पॉक्सो एक्ट से खुद को बचाने के लिए पीड़िता का एक स्कूल से फर्जी सर्टिफिकेट बनवा दिया, लेकिन, पीड़िता जिस स्कूल में पढ़ी थी, वहां के प्रिंसिपल ने कोर्ट में गवाही दी, और असली सर्टिफिकेट दिखाए, इसके बाद विधायक की पोल खुल गई. पूरे मामले की सुनवाई के लिए 300 से भी ज्यादा तारीख लगी, कारण की आरोपी विधायक रामदुलार कोर्ट नहीं जाता, विधायक की दबंगई यहीं नहीं रुकी, पीड़िता की शादी होने के बाद भी वह उसकी ससुराल तक जा पहुंचा था, और केस को वापस लेने के धमकाता रहा, फिर भी अंततः आरोपी विधायक को सजा मिल ही गई ।या गया, लेकिन वह जल्द ही जमानत पर बाहर आ गया, और रामदुलार विधायक बन गया था, इसके बाद उसने सबूतों से छेड़छाड़ करते हुए पॉक्सो एक्ट से खुद को बचाने के लिए पीड़िता का एक स्कूल से फर्जी सर्टिफिकेट बनवा दिया, लेकिन, पीड़िता जिस स्कूल में पढ़ी थी, वहां के प्रिंसिपल ने कोर्ट में गवाही दी, और असली सर्टिफिकेट दिखाए, इसके बाद विधायक की पोल