संवाददाता : मोनू भारती
मऊ जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र ने बताया कि विकसित भारत@2047 की अवधारणा को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश को 2047 तक विकसित राज्य बनाने का संकल्प लिया है। इस मिशन में नागरिकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करते हुए एक समृद्ध, समान और वैश्विक स्तर पर सम्मानित राज्य का निर्माण किया जाएगा। इस हेतु शासन द्वारा जनपद के लिए नामित प्रबुद्ध जनों द्वारा दिनांक 11 एवं 12 सितंबर को जनपद के विभिन्न स्थानों पर बैठकों एवं गोष्ठियों का आयोजन किया गया है। समर्थ उत्तर प्रदेश विकसित उत्तर प्रदेश @ 2047 अभियान की जन जागरूकता के लिए विभिन्न समूहो के साथ बीते 8 सालों में प्रदेश की विकास यात्रा से अवगत कराया जाएगा। राज्य के विकास के लिए रोड मैप पर चर्चा होगी चर्चा के दौरान विभिन्न वर्गों के लोगों से फीडबैक भी लिया जाएगा। इसके लिए जनपद स्तरीय नोडल एवं अन्य विभागों के नोडल भी नामित कर उनको दायित्व सौंप दिए गए हैं। प्रबुद्ध जनों के दो दिवसीय जनपद भ्रमण के दौरान समर्थ उत्तर प्रदेश विकसित उत्तर प्रदेश @ 2047 अभियान की जन जागरूकता हेतु विभिन्न लक्षित समूह (छात्र, शिक्षक, व्यवसायिक, उद्यमी, कृषक, स्वयंसेवी संगठन, श्रमिक संगठन, मीडिया, आम जनमानस इत्यादि) के साथ विगत 8 वर्षों में प्रदेश के विकास यात्रा के संबंध में अवगत कराते हुए राज्य के विकास हेतु रोड मैप पर चर्चा की जाएगी तथा उनसे फीडबैक प्राप्त किया जाएगा। इसके लिए सूचना विभाग की ओर से लगाए गए होर्डिंग्स पर Q R कोड अंकित है जिसे स्कैन कर उसमें अपने सुझाव दे सकते हैं। यह पूरी तरह निशुल्क सुविधा है और बेहतरीन सुझाव देने वालों को सम्मानित भी किया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा किया अभियान केवल एक कार्यक्रम नहीं बल्कि प्रदेश की समृद्धि का शताब्दी पर्व है जिसमें जनता की सहभागिता से ही वर्ष 2047 तक समर्थ एवं विकसित उत्तर प्रदेश का सपना साकार होगा।जनपद हेतु जिन प्रबुद्ध जनों को नामित किया गया है उनमें डॉक्टर दयानिधि मिश्रा सेवानिवृत्ति आईपीएस, डॉक्टर वशिष्ठ नारायण पांडे सेवानिवृत प्रोफेसर पंडित दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर एवं श्री पृथ्वी पाल सिंह सेवानिवृत्ति मुख्य अभियंता (स्तर 1) यूपीपीसीएल शामिल है।
