लगातार बढ़ रहा सरयू नदी का जलस्तर, कई गांव खतरे में.. ग्रामीण खुद तोड़ रहे अपने पक्के मकान

स्थानीय समाचार

बाराबंकी: पड़ोसी देश नेपाल द्वारा छोड़े गए लाखों क्यूसेक पानी से सरयू नदी इस समय उफान पर है. गुरुवार को सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया. फिलहाल सरयू नदी का जलस्तर 106.080 मीटर है जो खतरे के निशान से 35 सेमी ऊपर है. सरयू नदी में उफान से तराई क्षेत्र के दर्जनों गांवों में बाढ़ आ गया है. तो वहीं नदी किनारे बसे बबुरी गांव के अब तक 40 मकान नदी की कटान में समा चुके हैं . बाढ़ के कहर के बीच कुछ लोग अपने घरों को तोड़कर ईंट और अन्य जरूरी सामान निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रहे हैं.

बाराबंकी में सरयू नदी तांडव मचाने लगी है. नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. इसी के साथ किनारे पर तेज धार की वजह से कटाव भी तेज हो गया है. स्थिति यहां तक आ चुकी है कि यह नदी कभी भी अपनी सीमाएं तोड़ कर आबादी में घुसने को आतुर है. हालात को देखते हुए नदी के किनारे बसे लोग पलायन करने लगे हैं. वहीं कई लोग जीवन भर की जमा पूंजी से बने अपने घरौंदों को तोड़ कर ईंटे सुरक्षित करने की कोशिश करने में जुटे हैं. तहसील रामनगर क्षेत्र के बबुरी गांव के दर्जनों मकान नदी में समा गए हैं. बाढ़ को देखते हुए कुछ लोग अपने घर का सामान ट्राली-ट्रैक्टर पर लाद कर सुरक्षित स्थान पर जाने लगे हैं. सरयू नदी खतरे के निशान से करीब 35 सेमी ऊपर बह रही है.

30 मकानों पर टूटा बाढ़ का कहर
एडीएम अरुण कुमार सिंह ने बताया है की बबूरी गांव मे सरयू नदी कटान तेजी से कर रही है, इससे बबूरी गांव के करीब 30 मकान प्रभावित हुए हैं. सभी पीड़ितों को तत्काल मुआवजे की धनराशि उनके बैंक खातों मे भेजा दी गई है. बबूरी गांव मे सरयू नदी के कटान की आशंका प्रशासन को पहले से ही थी इसी लिए समय रहते सभी को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है