अयोध्या: नेशनल हाइवे पर शुक्रवार देर शाम हुए इस भीषण हादसे को लेकर प्रशासन में अफरातफरी मच गई। हादसे के बाद चंद मिनटों के लिए आसपास के लोग कुछ सोंच समझ ही नहीं सके उनकी चेतना तब लौटी जब घायलों की चित्कार गूंजने लगी।
तब लोग भाग कर मौके पर पहुंचे और फंसे घायलों को निकालने के लिए जुट गए। हादसे की खबर पाते ही भारी संख्या में फोर्स और आला अधिकारी मौके पर पहुंचे उसके बाद रेस्क्यू आपरेशन शुरू किया गया। रात होने की वजह से रेस्क्यू आपरेशन में कठिनाई भी हो रही है। हालांकि देर रात तक घटना स्थल पर तेजी के साथ बचाव कार्य किया जा रहा था।हाइवे पर बूथ नम्बर चार के पास हुए इस भीषण हादसे में बस में सवार यात्रियों की चीखें हर एक के कलेजे को दहला रहीं थीं। पहले दौर के रेस्क्यू में जिन घायलों को निकाला जा सका मौके पर पहुंची एम्बुलेंस के जरिए उन्हें जिला अस्पताल और दर्शननगर मेडिकल कॉलेज भेजना शुरू किया गया। पूरे स्वास्थ्य विभाग को एलर्ट करते हुए अधिकारियों ने सीएमओ डॉ अजय राजा को तत्काल जिला अस्पताल भेजा। एसडीआरएफ समेत पुलिस टीम ने दो घंटे तक चलाया रेस्क्यू आपरेशन, डटे रहे अफसर हाइवे पर हुई भीषण दुर्घटना के बाद एसडीआरएफ समेट पुलिस की टीमें दो घंटे तक रेस्क्यू आपरेशन में जुटी रही। आठ बजे के करीब हुए हादसे के बाद शुरू हुआ रेस्क्यू आपरेशन सवा दस बजे तक चला। जिले के सभी आला अधिकारी मौके पर डटे रहे। अयोध्या हादसे को लेकर लखनऊ से भी एलर्ट रहा, पूरा ब्यौरा अधिकारी शासन को उपलब्ध कराते रहे।
हादसे की खबर मिलते ही जिला अधिकारी नितीश कुमार और एसएसपी मुनिराज जी तत्काल मौके पर पहुंचे। दोनों अधिकारियों के सामने एसडीआरएफ और पुलिस व पीएसी के जवान रेस्क्यू आपरेशन में लगे रहे। इस दौरान दोनों ओर से यातायात प्रतिबंधित कर दिया गया। इसके कुछ देर बाद नौ बजे आईजी जोन प्रवीण कुमार भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। वहीं कई थानों की फोर्स और हाइवे पर सतर्कता के लिए सभी थानाध्यक्षों को एलर्ट पर रखा गया। एम्बुलेंस के लिए हाइवे खाली कराने के लिए अलग से पुलिस की टीमों को लगाया गया है। देर रात तक यातायात तो बहाल कर दिया गया लेकिन मौके पर अभी भी फोर्स को तैनात रखा गया है। माना जा रहा है कि हादसे में घायलों और मृतकों के लिए शासन की ओर से अहेतुक सहायता राशि की घोषणा हो सकती है।
हादसों का नम्बर बन गया हाइवे का बूथ नम्बर चार
गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर शुक्रवार देर शाम बूथ नम्बर चार पर हुए भीषण सड़क हादसे से पूरा जिला दहल गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बूथ नम्बर चार हादसों का डेंजर प्वाइंट बन गया है। इससे पहले भी बूथ नम्बर चार पर बीते छह माह के भीतर एक दर्जन से अधिक हादसे हो चुके हैं।
बताया जाता है शुक्रवार देर शाम बूथ के निकट एक ट्रक और बस में जबरदस्त भिड़ंत हुई जिसमें कई लोगों के मरने और 15 से अधिक के घायल होने की सूचना है। आसपास के लोगों का कहना है कि यहां बीते छह महीने में एक दर्जन से अधिक हादसे हो चुके हैं।इससे पहले एक कांग्रेस कार्यकर्ता रहे बुद्धि प्रकाश श्रीवास्तव की अज्ञात वाहन से कुचल कर मौत हो गई थी जबकि तीन अलग – अलग दुर्घटनाओं में छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बताया जाता है बूथ नम्बर चार के निकट टर्निंग प्वाइंट के कारण अक्सर दुर्घटना हो जाती है। यह हाल तब है जब बूथ नम्बर चार के निकट पुलिस पिकेट तैनात रहती है। अक्सर बाइक और साइकिल सवारों के बीच भिड़ंत यहां आम बात हो गई है। आसपास के लोगों का कहना है कि शुक्रवार देर शाम हुआ हादसा भी इसी का नतीजा है। बस भी अयोध्या की ओर मुड़ रही थी तभी यह हादसा हुआ।