तीन मवेशियों में लंपी वायरस के लक्षण, पशुपालकों में हड़कंप

स्थानीय समाचार

राघवेंद्र मिश्रा
बाराबंकी
बाराबंकी में तीन छुट्टा मवेशियों में लंपी वायरस के लक्षण दिखने के बाद पशुपालकों में हड़कंप मच गया। मगर, इससे अंजान जिम्मेदारों को इसकी जानकारी मिली तो वह टीम भेजकर जांच कराने की बात करते दिखे।सरयू की तराई क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में लंपी वायरस के लक्षण वाले तीन छुट्टा मवेशी दिखे। अगानपुर गांव में तालाब के किनारे और अलीनगर-रानीमऊ तटबंध और अमनियापुर गांव के पास मिले इन मवेशियों के पूरे शरीर पर बड़े-बड़े छाले पड़े थे। इससे जकड़े मवेशी काफी सुस्त थे। तीन मवेशियों में लंपी वायरस के लक्षण दिखने के बाद तराई क्षेत्र के पशुपालकों में हड़कंप मच गया।इस बारे में जब ग्रामीणों ने पशु चिकित्सालय के डॉक्टर को बताया तो वह इसे बरसात की बीमारी बताकर पल्ला झाड़ते दिखे। कोटवाधाम पशु चिकित्सालय के डॉ. विजय विक्रम सिंह ने बताया कि लंपी वाले जानवरों के मुंह से लार टपकने के साथ बुखार तेज रहता है। वहीं मवेशी चलने-फिरने में असमर्थ रहते है। फिर भी टीम भेजकर जांच कराई जाएगी।
इस बात पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. जेएन पाण्डेय ने बताया कि लंपी वायरस को लेकर पूरा विभाग अलर्ट है। टीमें लगातार तराई क्षेत्र में भ्रमण कर वैक्सीन लगा रही हैं। हमें वैक्सीन की 65 हजार डोज मिली हैं। इसे 25 हजार मवेशियों को लगाया जा चुका है। लंपी के लक्षण मवेशियों के मिले हैं तो उनकी जांच कराई जाएगी।