जानिए सुल्तानपुर डकैती कांड में शामिल बदमाश की पूरी कहानी
सुल्तानपुर में 28 अगस्त को सर्राफा (ज्वैलर) कारोबारी की दुकान में हुई डकैती के एक और आरोपी का एनकाउंटर हो गया है। यूपी पुलिस और STF की जॉइंट टीम ने इस कांड के आरोपी अनुज प्रताप सिंह को एनकाउंटर में मार गिराया है। इससे पहले STF ने मंगेश यादव का एनकाउंटर किया था,जिसमें जमकर राजनीति हुई थी । सुल्तानपुर डकैती कांड में मंगेश यादव के बाद अब यूपी STF ने एक और बदमाश अनुज प्रताप सिंह को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। अनुज पर 1 लाख रुपये का इनाम था और वह डकैती की वारदात के बाद से फरार चल रहा था। पुलिस शिद्दत से उसकी तलाश में जुटी हुई थी। इस बीच उन्नाव के अचलगंज में उसकी लोकेशन ट्रैक हो गई, जहां आज तड़के एनकाउंटर में वह मारा गया । हालांकि,इस बीच अनुज का साथी बच निकला।
कौन था अनुज प्रताप सिंह?
अनुज प्रताप सिंह अमेठी के मोहनगंज थाने के जनापुर का रहने वाला था । अनुज सुल्तानपुर डकैती गैंग का सरगना बताए जा रहे विपिन सिंह का सबसे करीबी गुर्गा था। विपिन भी अमेठी का ही रहने वाला है। डकैती कांड के बाद उसने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। विपिन सिंह के साथ अनुज प्रताप सिंह गुजरात के एक डकैती कांड में भी साथ था। यह डकैती गुजरात के सूरत शहर में हुई थी। एनकाउंटर में मारे गए अनुज पर दो मुकदमे दर्ज हैं, एक सुल्तानपुर में और एक गुजरात में। सभी मुकदमे डकैती, ठगी, लूट से जुड़े हैं।
पिस्टल लेकर सबसे पहले अनुज ही ज्वैलरी शोरूम में घुसा था
बता दें कि 28 अगस्त को सुल्तानपुर में डकैती के लिए के लिए सबसे पहले ज्वैलरी शोरूम में घुसने वाला बदमाश अनुज प्रताप सिंह ही था। सफेद शर्ट पहने अनुज ने ही शोरूम के अंदर बैठे दुकानदार भरत सोनी और उनके बेटे को पिस्तौल तानकर धमकाया था। इसके बाद दनादन गैंग के बाकी चार साथी अंदर घुसे थे। लूट के बाद माल ले जाने के लिए सबसे बड़ा बैग अनुज ने ही अपनी बाइक पर रखा था।
फुरकान,अरबाज और अंकित अभी तक फरार
इस डकैती कांड में शामिल 14 बदमाशों में अभी 3 की गिरफ्तारी होनी बाकी है। वारदात को अंजाम देने के लिए शोरूम में घुसने वाले पांच बदमाशों में फरार चल रहे फुरकान, अरबाज और अंकित यादव पर भी है एक-एक लाख का इनाम है। अंकित यादव पर पांच मुकदमे, अरबाज पर तीन और फुरकान पर दो मुकदमे दर्ज है। जबकि, मंगेश यादव पहले ही मारा जा चुका है। वहीं, इस मामले में गैंग के सरगना विपिन सिंह ने रायबरेली कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। विपिन सिंह वही बदमाश है, जिसने मीडिया से बात करते हुए अपने एनकाउंटर की आशंका जताई थी। उसपर दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। उसके सरेंडर करने और मंगेश के एनकाउंटर को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सवाल उठाए थे।
अनुज के एनकाउंटर पर पुलिस का बयान
अनुज प्रताप सिंह के एनकाउंटर पर उन्नाव के एडिशनल एसपी अखिलेश सिंह ने बताया कि 28 अगस्त को सुल्तानपुर में हुई डकैती के मामले में दो बदमाशों की पुलिस से आज तड़के मुठभेड़ हुई। इसमें एसटीएफ (लखनऊ) की टीम के साथ थाना अचलगंज की पुलिस शामिल रही। मुठभेड़ में एक बदमाश घायल हुआ जबकि दूसरा मौके का फायदा उठाकर भाग गया। घायल अनुज प्रताप सिंह, निवासी थाना मोहनगंज (जिला अमेठी) को उपचार हेतु एंबुलेंस के माध्यम से सरकारी अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया। फिलहाल, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।
बाइक से भाग रहे थे बदमाश
एनकाउंटर कोलहागाढ़ा मार्ग पर हुआ। जिस बाइक से आरोपी बदमाश भाग रहे थे उसको अचलगंज थाने में खड़ी करवा दिया गया है। इसमें ना तो आगे कोई नंबर है और ना ही पीछे। पुलिस अब पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ये बाइक आरोपियों को कैसे मिली, कहां से मिली और ये है किसकी? घटनास्थल पर SFL टीम जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि जवाबी कार्रवाई में बदमाश की एक गोली STF के सिपाही की बुलट प्रूफ जैकेट में लगी है। हालांकि, वो बाल-बाल बच गया। मालूम हो कि 5 सितंबर को यूपी STF ने सुलतानपुर की कोतवाली देहाती इलाके में मंगेश यादव को एनकाउंटर में मार गिराया था। 11 सितंबर को सुल्तानपुर पुलिस ने विवेक सिंह, विनय शुक्ला, अरविंद यादव और दुर्गेश सिंह को गिरफ्तार किया था। 20 सितंबर को STF ने अजय यादव को मुठभेड़ में घायल कर अरेस्ट किया। इसके बाद 23 सितंबर, सोमवार को STF ने उन्नाव के अचलगंज में अनुज प्रताप सिंह को एनकाउंटर में मार गिराया। अब पुलिस को फुरकान, अरबाज और अंकित यादव की तलाश है।