बाराबंकी: मेरठ से सपा विधायक रफीक अंसारी को बाराबंकी की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मेरठ पुलिस की एक टीम विधायक को लेने के रवाना हो गई है। एक पुराने मामले में 100 नोटिस जारी होने के बाद भी रफीक अंसारी कोर्ट में पेश नहीं हुए थे। हाई कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। इसके बाद बाराबंकी के जैदपुर थाना पुलिस ने विधायक को अरेस्ट कर लिया है। रफीक अंसारी मेरठ शहर से सपा से दूसरी बार विधायक बने हैं।यह मामला 25 साल पुराना है। मेरठ की अदालत ने आईपीसी की धारा 147, 436 और 427 के तहत विचाराधीन मुकदमे में विधायक रफीक अंसारी के खिलाफ वारंट जारी किया था। सितंबर 1995 में करीब 40 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। 22 के खिलाफ चार्जशीट पेश किया गया था।
मेरठ पुलिस की कार्रवाई: अपर पुलिस अधीक्षक
सपा नेता को 1997 से 2015 के बीच करीब 100 बार गैर जमानती वारंट जारी किया गया। इसके बाद भी वह कोर्ट में हाजिर नहीं हो रहे थे। बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि यह पूरी कार्रवाई मेरठ पुलिस की है। उन्होंने इसके बारे में ज्यादा जानकारी देने से इन्कार किया।
जानकारी के अनुसार, रफीक अंसारी को बाराबंकी जिले में लखनऊ अयोध्या नेशनल हाइव के अहमदपुर टॉल प्लाजा से पुलिस ने अरेस्ट किया है। अदालती मुकदमें में लंबे समय से गैरहाजिर चल रहे सपा विधायक को अनेकों बार नोटिस जारी हुई थी। लेकिन वो कोर्ट में हाजिर नहीं हुए। हाईकोर्ट से गिरफ्तारी के आदेश होने पर पुलिस विधायक रफीक अंसारी की तलाश कर रही थी।
सपा विधायक का बाराबंकी कनेक्शन
सोमवार को बाराबंकी जैदपुर थाने की पुलिस ने सपा विधायक रफीक अंसारी को गिरफ्तार कर थाने लाया गया है। पुलिस की माने तो स्थानीय थाने से मेरठ पुलिस को सुपुर्द किया जायेगा। बताया जा रहा कि मेरठ से सपा विधायक रफीक अंसारी जैदपुर कस्बे के बुनकर कमेटी के अध्यक्ष तफज्जुल हुसैन के बेहद करीबी हैं। हालांकि कि पुलिस ने विधायक की गिरफ्तारी होने से इन्कार किया है।