यहाँ देखे कैसा रहा कृष्ण कुमार मंटू का मुखिया से लेकर सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्री तक का सफर …

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संवाददाता : मनोज कुमार सिंह
सारण : कृष्ण कुमार उर्फ मंटू सिंह भारतीय जनता पार्टी के अमनौर से विधायक हैं. वे 26 फरवरी 2025 को बिहार सरकार के मंत्रीमंडल में शामिल हुए. वे बिहार के सारण जिले के अमनौर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. फरवरी 2025 में, मंटू सिंह ने पटना में कुर्मी एकता रैली का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य कुर्मी समुदाय को एकजुट करना और उनके हितों की रक्षा करना था.कृष्ण कुमार उर्फ मंटू सिंह का जन्म एक कृषक परिवार में हुआ था, जहां उनके पिता लक्ष्मी नारायण सिंह किसान हैं. वह पटेल छात्रावास निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष भी हैं, जो बिहार के विभिन्न जिलों में आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों के छात्रों के लिए छात्रावासों का निर्माण करता है. अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत में, मंटू ने छात्र नेता के रूप में कार्य किया और बाद में 2000 के दशक की शुरुआत में बनौता गांव के मुखिया बने और बाद में पंचायत स्तर की राजनीति में सक्रिय हो गए. उनकी पत्नी सविता देवी लगातार चार बार ब्लॉक प्रमुख चुनी गईं, जिससे उनके परिवार की राजनीतिक पकड़ मजबूत होती गई.
मंटू का नाम बिहार के चर्चित नेताओं में आता है. उनका जुड़ाव पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह से भी रहा है, जिनके सहयोग से उन्होंने 2010 में जनता दल (यूनाइटेड) [JDU] के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. हालांकि, 2015 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, लेकिन 2020 में बीजेपी में शामिल होकर उन्होंने फिर से विधानसभा में वापसी की. मंटू भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी के करीबी माने जाते हैं. विधायक के रूप में, मंटू ने अपने क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए कई पहलें की हैं, जैसे सड़कों और छठ घाटों का उद्घाटन. कॉन्फ्रेंस कर बिहार में आईटी सेक्टर का हब बनाने की बात कही और युवाओं को यहां पुन रूप से रोजगार का अवसर मिलेगा जैसे ही उन्हें सूचना एवं प्रोद्योगिकी विभाग का मंत्रालय मिला कार्यालय में जाकर अपना पद ग्रहण किया मीडिया से बातचीत करते नजर आए वही सारण जिला से तरैया प्रखंड के माधोपुर पंचायत के मुखिया सुशील सिंह अमनौर शेखपुरा पंचायत के युवा मुखिया इंजीनियर प्रतीक सिंह रसूलपुर पैक्स अध्यक्ष सोनू सिंह पत्रकार अरुण सिंह मनोज सिंह मीडिया की ओर से बधाई दिया .