बाराबंकी: एक निजी नर्सिंग होम की लापरवाही से 48 वर्षीय महिला की मौत हो गई। बदोसरांय थाना क्षेत्र की रहने वाली गुड्डा देवी का बच्चेदानी का ऑपरेशन अनुपमा टिबड़ेवाल नर्सिंग होम में हुआ था, लेकिन सही देखभाल न मिलने के कारण उनकी जान चली गई।
50 कदम पैदल चलवाया, फिर बिगड़ी हालत
ऑपरेशन के अगले ही दिन रविवार को महिला को तेज दर्द हुआ। डॉक्टर के निर्देश पर स्टाफ ने उन्हें 50 कदम पैदल चलने के लिए कहा, जिससे उनकी हालत और बिगड़ गई। पेट में तेज दर्द और सांस फूलने लगी, लेकिन स्टाफ ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और आराम करने की सलाह देकर चला गया। इस दौरान परिजनों को भी अंदर जाने से रोक दिया गया।
मौत के बाद शव को छिपाने की कोशिश
जब महिला की मौत हो गई तो नर्सिंग होम के कर्मचारियों ने बिना परिजनों को बताए शव को निजी वाहन से जिला अस्पताल पहुंचा दिया। जब परिजन वहां पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि महिला की मौत पहले ही हो चुकी थी। इसके बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया।
डॉक्टर दंपति पर आरोप, पुलिस जांच में जुटी
मृतका के पति शिव प्रसाद ने बताया कि ऑपरेशन नर्सिंग होम की संचालिका डॉ. अनुपमा टिबड़ेवाल ने किया था, जबकि उनके पति डॉ. रोहित अग्रवाल जिला अस्पताल में सर्जन हैं। परिजनों का आरोप है कि नर्सिंग होम ने लापरवाही छिपाने के लिए यह चाल चली और मौत को जिला अस्पताल में दिखाने की साजिश रची।सूत्रों के मुताबिक, डॉ. रोहित अग्रवाल ने जिला अस्पताल के डॉक्टरों को पहले ही फोन कर पूरी प्रक्रिया तैयार रखने के लिए कह दिया था।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, CMO भी करेंगे जांच
पुलिस का कहना है कि परिजनों की तहरीर पर चिकित्सक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने भी मामले की जांच के लिए सीएमओ को पत्र भेजा है।
सीएमओ डॉ. अवधेश कुमार यादव के मुताबिक, “शिकायत के आधार पर जांच कराई जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।”
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