पीलीभीत: शादी का झांसा देकर दुष्कर्म और फिर कुछ पुलिसकर्मियों से सांठगांठ कर गर्भपात कराने के आरोपों से जुड़े गंभीर मामले में तीन बार एसपी दफ्तर के चक्कर लगाने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। आहत पीड़िता मंगलवार को चौथी बार वहां पहुंची और दुखड़ा सुनाया। इसके बाद अब कार्रवाई की आस जगी है। मामले में रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं। सुनगढ़ी थाना क्षेत्र की रहने वाली अनुसूचित जाति की 17 वर्षीय किशोरी ने मंगलवार को एसपी कार्यालय में पेश हुई। उसका कहना था कि वह इससे पहले भी तीन बार शिकायत पत्र दे चुकी है। उसने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले उसका संपर्क सोशल साइट्स फेसबुक पर बरखेड़ा क्षेत्र के प्रतापपुर गांव के एक युवक से हो गया। मोबाइल नंबर का आदान प्रदान होने के बाद दोनों के बीच बातचीत होने लगी। मीठी बातें कर युवक ने किशोरी को फंसा लिया। आरोपी की दुकान पीड़िता के गांव में ही थी। ऐसे में वह मुलाकात करने को पीड़िता को वहीं पर बुला लिया करता। 10 जनवरी 2022 को दोपहर 12 बजे बुलाकर आरोपी ने मेकअप का कुछ सामान दिया। रात को नौ बजे एक स्कूल में जरूरी बात करने के लिए बुलाया। आरोप है कि मिठाई में नशीला पदार्थ देकर दुष्कर्म किया।
जब कुछ होश आने पर इसका विरोध किया तो आरोपी ने बताया कि उसने पीड़िता का दुष्कर्म करते वक्त अश्लील वीडियो बना लिया है। किसी से शिकायत करने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दे डाली। उसके बाद वीडियो वायरल करने का डर दिखाकर कई बार जबरन दुष्कर्म किया। करीब दो माह पूर्व पता चला कि पीड़िता गर्भवती है। इसके बाद मामला शांत रखने के लिए शादी का झांसा दे दिया। पीड़िता डर और इज्जत की खातिर सब सहती रही। 20 दिन पहले मां के कई बार पूछने के बाद पीड़िता ने पूरी बात बताई। सुनगढ़ी थाने में मां के साथ जाकर शिकायत की तो थाने से असम पुलिस चौकी भेज दिया। एफआईआर तक दर्ज नहीं की गई। दूसरे दिन जब पुलिस चौकी पर गए तो आरोपी पक्ष को भी बुलाया गया। पीड़िता, उसकी मां और नानी के जबरन सादे स्टांप पर हस्ताक्षर करा लिए। आरोप है कि एक पुलिसकर्मी ने आरोपी से मंगवाकर एक दवा का पैकेट दिया और गोली खिला दी। जिससे गर्भपात हो गया। चौकी पर खिलाई गई गर्भपात की दवा का पैकेट अभी भी पीड़िता के पास है। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस ने कई बार शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं की। पीड़िता के अधिवक्ता ने बताया कि इस मामले में मंगलवार को लड़की को एसपी के सामने पेश किया गया था। जिसके बाद एफआईआर के आदेश कर दिए गए हैं।