बाराबंकी: जिला अस्पताल में मानसिक कक्ष की ओपीडी में एंजाइटी डिस्आर्डर (सोमैटो फार्म) से ग्रसित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। इसमें सबसे ज्यादा 18 से 20 साल आयु के मरीज है। इस रोग से ग्रसित होने में मोबाइल का ज्यादा प्रयोग करने की बात मानसिक चिकित्सक ने कही। इन मरीजों का उपचार किया जा रहा है। जिला अस्पताल में मनकक्ष में मानसिक रोग की ओपीडी संचालित हैं। यहां पर एमडी मानसिक डॉ. आरती यादव शनिवार को ओपीडी में थी। उन्होंने बताया कि एक सप्ताह से ओपीडी में एंजाइटी डिस्आर्डर (सोमैटो फार्म) से ग्रसित मरीजों की तादात बढ़ने लगी है।
65 से 70 मरीजों की ओपीडी में 15 से 20 मरीज सोमैटो फार्म लक्षण के आते हैं। इसमें मरीज को शरीर में अलग अलग तरह का दर्द और बीमारियां महसूस होती है। इसके पीछे लंबे समय से तनाव व जीवन शैली प्रभावित होना भी है। लोग मोबाइल का प्रयोग देर रात या कुछ ऐसे हैं जो दिन रात मोबाइल का प्रयोग करते हैं। इसमें सबसे युवा वर्ग इस बीमारी से जूझ रहे हैं। इनकी आयु 18 से 20 साल है। ऐसी समस्या से ग्रसित मरीज मनकक्ष में आकर उपचार कराकर स्वस्थ हो सकते हैं।
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