रामनगर बाराबंकी
ब्लॉक प्रमुख संजय तिवारी के शिकायती पत्र पर ग्राम विकास अधिकारी आस्था सिंह को निलंबित किये जाने से आक्रोशित ग्राम पंचायत अधिकारी एवं ग्राम विकास अधिकारी संघ ने विकासखंड रामनगर सभागार में बैठक कर तीन दिवस के अंदर निलंबित सचिव सुश्री आस्था सिंह को फिर से बहाल किए जाने के साथ उन पर लगाए गए सभी आरोपों का खंडन करने की मांग की है।ब्लॉक अध्यक्ष अखिलेश दुबे की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि ग्राम विकास अधिकारी सुश्री आस्था सिंह पर निलंबन की कार्रवाई तीन दिन के अंदर वापिस ली जाए व लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया जाए। आए दिन बैठकों के माध्यम से प्रताड़ित करना व वेतन रोकने की कार्रवाई पर प्रतिबंध लगाया जाए, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास आपात्रों को देने के लिए दबाव नही बनाया जाए अन्यथा हम सभी सचिव कार्य बहिष्कार करेंगे।बैठक में आस्था सिंह ने बिंदुवार बताया कि गाजीपुर पंचायत भवन की पत्रावली मेरे पास नहीं है। मौजूदा सचिव के पास है और मेरे द्वारा किसी भी प्रकार का भुगतान नहीं किया गया है। जहां तक बात है पंचायत उटखरा केयरटेकर के भुगतान की उसे मैंने सहायक विकास अधिकारी पंचायत के रिपोर्ट के अनुपालन में किया है। ग्राम पंचायत बिठौरा का पंचायत भवन छत स्तर तक निर्माणधीन है लेकिन विभागीय लोगों की मनमानी के चलते अभी तक आईडी निर्गत नहीं की गई है। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि 3 दिवस के अंदर सभी बिंदुओं का निस्तारण नहीं हुआ तो हम सभी सामूहिक रूप से सभी कार्यों से विरत रहेंगे और जिला स्तरीय पदाधिकारियों से एक राय होकर अग्रिम कार्रवाई के लिए बाध्य होंगे। संपूर्ण जिम्मेदारी ब्लॉक के मुखिया की होगी।बैठक में उपाध्यक्ष मनोज मिश्रा, कोषाध्यक्ष ऋषभ पांडेय, आस्था सिंह, प्रताप नारायण, आशीष कुमार वर्मा, कमलेश यादव, निखिल कनौजिया व विजय कुमार मौजूद रहे। ज्ञात हो कि बीते शनिवार को ब्लॉक प्रमुख संजय तिवारी के शिकायती पत्र पर ग्राम विकास अधिकारी आस्था सिंह पर वित्तीय अनियमितता व कार्यों में रुचि नहीं लेने के चलते निलंबित कर दिया गया था।