संवाद दाता:-अजीत मोदनवाल
गाजीपुर। शहर में तकनीक और पुलिस की सूझबूझ ने एक बार फिर साबित कर दिया कि जब संकल्प हो सेवा का, तो नामुमकिन कुछ भी नहीं। एक महिला का कीमती पर्स, दो मोबाइल फोन और ₹5000 नकद जब ई-रिक्शा में छूट गया, तो उनकी उम्मीदें टूटने लगीं। लेकिन जनपद पुलिस की ऑपरेशन त्रिनेत्र टीम ने न केवल उनकी मुस्कान लौटाई, बल्कि समय से दौड़ती एक मिसाल पेश की। शाम करीब 7:15 बजे अपर पुलिस अधीक्षक नगर को सूचना मिली कि एक महिला का सामान ई-रिक्शा में छूट गया है। तत्काल सक्रियता दिखाते हुए उपनिरीक्षक राज कुमार शुक्ला, उपनिरीक्षक रोहित कुमार द्विवेदी और यातायात उपनिरीक्षक मनीष त्रिपाठी को लोकेशन और विवरण के साथ रवाना किया गया। पुलिस टीम ने बिना समय गंवाए ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत लगे CCTV कैमरों की फुटेज को खंगाला और ई-रिक्शा की कोडिंग प्रणाली के माध्यम से संबंधित वाहन की पहचान की। महज़ 30 मिनट के भीतर रिक्शा का पता लगाते हुए, महिला का बैग, मोबाइल फोन और ₹5000 की रकम सुरक्षित बरामद कर उन्हें सौंप दी गई। सामान पाकर महिला की आंखों में आंसू थे- राहत और विश्वास के। उन्होंने पुलिस टीम को हृदय से धन्यवाद देते हुए कहा, “आज भी सच्चाई और सुरक्षा जिंदा है, और वो पुलिस के रूप में हमारे साथ है।” पुलिस अधीक्षक द्वारा उक्त सराहनीय कार्य हेतु संबंधित पुलिस कर्मियों को सम्मानित करने की घोषणा की गई है।