रावता राम पुत्र दलाराम (जोगसन) मेघवाल 103वर्ष की उम्र में देह पंचतत्व में विलीन,का परिनिर्वाण 18 अक्टूबर (बुधवार) को हुआ था,जिनकी प्रकृति विधान शोक सभा बैठक सोमवार को उनके निवास स्थान दलाज़ी का बेरा गांव-धीरा पर रखी गयी थी। शोकाकुल परिवार ने आज परिनिर्वाण दिवस पर रविवार को रूढिवादी परंपराओं से परे रहकर, नशा मुक्ति अभियान चलाकर ,शिक्षा के क्षेत्र में प्रेरणादायक ज्योत जगाने के लिए,आपसी सहमति से “मेघवाल समाज छात्रावास-उपखंड मुख्यालय सिवाना में अक्षरे एक लाख,ग्यारह हजार और एक सौ ग्यारह रुपए की घोषणा की गई। रावता राम के तीन पुत्र व पुत्रवधु-गैरों देवी-जोगा राम,चौथी देवी-बाबु लाल,सुकी देवी-तगा राम द्वारा मृत्युभोज जैसी रूढ़िवादी परंपराओं को समाप्त करने और परिनिर्वाण पर सामान्य भोजन करवाना उचित समझकर और शिक्षा के क्षेत्र में शानदार घोषणा के साथ गजब धन सहयोग किया गया।
पूर्व में भी कई तरह के सामाजिक सरोकार निभाये हैं,इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं।जोगसन परिवार प्रत्येक क्षेत्र में हमेशा आगे रहता है और सामाजिक न्याय के लिए भी हमेशा तैयार रहता है।स्वर्गीय रावता राम जी जोगसन के परिवार में घेवर राम, अम्बालाल पुत्र जोगा राम,लालचंद,भैरा राम,देवा राम पुत्र बाबु लाल,जैसा राम (वरिष्ठ अध्यापक)दीपा राम,मोहित जोगसन पुत्र तगा राम, दिनेश,कैलाश,अरविंद धीरज,गणपत,जितेंद्र,हितेन,ऋतिक और रोहित जोगसन हैं।
रावता राम के परिवार की यह चौथी पीढ़ी चल रही है।जोगसन परिवार ने रावता राम के परि-निर्वाण के बाद परिवार ने सोच समझ कर फैसला लिया कि समाज में चल रही इन कुरीतियों को समाप्त करके हम लोग एक नई सोच की ओर बढ़ें,जो बाबा साहब डाक्टर भीमराव अम्बेडकर जी का सपना है।हम वही स्वप्न साकार करें। परिवार में सामाजिक कार्यकर्ता माला राम,वीरमा राम,पारस मल,नारायण लाल,नारायण राम (अध्यापक),नैना राम,गोका राम और अन्य सभी परिवारजनों ने स्वर्गीय रावता राम जी के परिवार की एक नई सोच और पहल का स्वागत किया।प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी-मास्टर मोटा राम पंवार राजस्थान मेघवाल परिषद ने बताया कि ऐसे कामों से समाज को नशा मुक्त करने तथा बाह्य आडंबर, ढोंग,अंधविश्वास,मितव्ययता और पाखंड से मुक्ति की राह प्रशस्त होगी। युवाओं में नई ऊर्जा का संचार होगा और शिक्षा के क्षेत्र में वे आगे बढ़ पाएंगे।बालिका शिक्षा को भी बढ़ावा मिलेगा और नारी शक्ति को आत्मनिर्भरता का संदेश मिलेगा।यही कारण रहा है कि ऐसे फिजूल खर्च से गांव के मजदूर,किसान हमेशा कर्ज में डूबे रहने से शिक्षा की दृष्टि से पिछड़े रहे हैं।वे कभी संसद,विधानसभा या प्रशासनिक सेवाओं में उच्च पदों पर नहीं जा पाए। जैसाराम और भैराराम, नारायण राम, मालाराम व मोहित जोगसन के इस निर्णय का सभी ने स्वागत किया और शिक्षित लोगों ने अपनी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का सदुपयोग कर अच्छा परिचय दिया। विशेष-जोगसन और परिवार पर स्वर्गीय आत्मा का बहुत बड़ा आशीर्वाद,जो हर क्षेत्र में प्रगति के पायदान पर अग्रसर है।सम्पूर्ण मित्र मंडली व रिश्तेदारों ने इस नेक कार्य की बहुत ही सराहना की।
रिपोर्ट: जगदीश जोगसन