नौवीं पास युवा किसान ने करेले की खेती से बदली जिंदगी, कर रहा 4 लाख की कमाई

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 बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले (Barabanki News) में ज्यादातर किसान सब्जियों की खेती करते हैं. यहां का करेला देश ही नहीं, विदेशों में भी मशहूर है. वहीं खेती में शानदार कमाई करने का अच्छा विकल्प करेले की खेती है, जिससे किसान घर बैठे लाखों रुपये कमा रहे हैं. आज हम आपको बाराबंकी के 9वीं पास युवा किसान की कहानी बताएंगे करेले की खेती करके अच्छी कमाई कर रहे हैं. किसान तक से बातचीत में शरीफाबाद गांव के रहने वाले 19 साल के किसान सचिन कश्यप ने बताया कि वो बीते 6 वर्षों से 5 बीघे जमीन पर करेले की खेती कर रहे है. उन्होंने बताया कि मार्च के पहले हफ्ते में बीज की बोवाई होती है. फसल दो महीने यानी अप्रैल और मई तक तैयार हो जाती है.

हाइब्रिड करेला की व्यावसायिक खेती

सचिन ने आगे बताया कि बाराबंकी जिले में ज्यादातर किसान हाइब्रिड करेला व्यावसायिक खेती पर जोर दे रहे हैं. ऐसे में हम भी हाइब्रिड करेले की पैदावार करते हैं. इससे करेले की फसल में सड़ने -गलने के जोखिम कम होता हैं और कम खर्च में अच्छा उत्पादन मिल जाता है. हाइब्रिड करेला के पौधे तेजी से बढ़ते हैं और इनके फल काफी बड़े होते हैं, जो आम तौर पर नहीं होता है. इनकी संख्या अधिक होती है, लेकिन देसी करेला की तरह ही खेती की जाती है.

5 बीघे करेला की खेती में 30 हजार रुपये लागत

बाराबंकी जिले के शरीफाबाद गांव निवासी युवा किसान सचिन बताते हैं कि 5 बीघे करेला की खेती में 30 हजार रुपये के करीब लागत आती है. वहीं एक सीजन में 3-4 लाख की आमदनी हो जाती हैं. उन्होंने बताया कि सारा माल अमेठी और बाराबंकी की मंडी में आराम से बिक जाता है. सचिन ने बताया कि करेला 10 से 12 रुपये प्रति किलो के रेट से व्यापारी खरीद लेते है.  करेले का सेवन स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि यह एक औषधीय गुणों से युक्त है.

करेले की खेती के लिए उपयुक्त तापमान

युवा किसान सचिन ने आगे बताया कि करेले की खेती करने के लिए अधिक तापमान की आवश्यकता नहीं होती है. इसकी फसल से अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए 20 डिग्री से 40 डिग्री सेल्सियस का तापमान उपयुक्त माना जाता है. इसके अलावा, करेले के खेतों में नमी बनाए रखना भी काफी जरूरी होता है.