खाऊ-कमाऊ नीति का जरिया बनी मनरेगा, मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगाकर किया जा रहा सरकारी धन का बन्दरबांट

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नीरज शुक्ला (संवाददाता रामनगर बाराबंकी।

विकासखंड रामनगर के ग्राम पंचायतों में महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना (मनरेगा) के अंतर्गत सैकड़ों मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगाकर ग्राम प्रधान व ब्लॉक के सम्बंधित अधिकारी सरकारी धन डकारने में जुटे हुए हैं।

वहां उपस्थित मेट के द्वारा सभी मास्टर रोल में एक ही फोटो बार-बार दर्शाया जाता है और इसी तरह सैकड़ों की तादात में मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगाकर सरकारी धन का बंदरबाट किया जा रहा है।

एक तरफ इस प्रकरण को लेकर समाचार पत्रों में बराबर खबर प्रकाशित हो रही हैं और क्षेत्र की जनता में तरह-तरह की चर्चाए हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ ग्राम प्रधान व ब्लॉक के सम्बंधित अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जी हाजिरी का सिलसिला जारी है।

ज्ञात हो कि लगभग दो हफ्ते पहले इस प्रकरण को लेकर वीडिओ जितेंद्र कुमार को अवगत कराया गया लेकिन मनरेगा में हो रहे भ्रष्टाचार को रोकने में आज भी असफल है।

बताते चले कि बीते पंद्रह अप्रैल को ग्राम पंचायत कुम्भरवा में हो रहे अजय के खेत से सलीम के खेत तक चकबंध कार्य में महिला मेट अंकिता सिंह के द्वारा मास्टर रोल 388,389,390 में महिला मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगाई गयी। इसके साथ-साथ सभी मास्टर रोल में एक ही फोटो लगाकर दर्जनों मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगा दी गयी।

इसी तरह से ग्राम पंचायत अल्लापुर रानीमऊ में महिला मेट पुष्पा मिश्रा,त्रिलोकपुर में मेट सचिन संकर वर्मा,रामपुर खरगी में महिला मेट प्रियंका द्वारा फर्जी मजदूरों की हाजिरी लगाई गयी।

इस सम्बन्ध में ज़ब डीसी मनरेगा से जानकारी चाही तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा।

इसके बाद इस प्रकरण पर मुख्य विकास अधिकारी अ. सुदन से जानकारी की तो उन्होंने बताया कि मामले कि जांच करवाई जाएगी।