अफ्रीकी देशों में फैल रहा ‘मारबर्ग वायरस’, इस देश में नौ लोगों की मौत, WHO ने बुलाई बैठक

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नई दिल्ली: अफ्रीकी देशों में मारबर्ग वायरस तेजी से फैल रहा है। मारबर्ग वायरस के ‘प्रकोप’ से इक्वेटोरियल गिनी में नौ लोगों की मौत हो गई है। देश के स्वास्थ्य मंत्री ने सोमवार को यह जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने घोषणा की कि एक प्रांत को क्वारंटाइन में रखा गया है। वहीं मारबर्ग वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते प्रभावित इलाकों में लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। इबोला जैसे वायरस के लिए कोई वैक्सीन मौजूद नहीं है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अधिकारियों की ओर से बताया गया कि यह वायरस कोरोना और इबोला से भी अधिक खतरनाक और जानलेवा है। इस वायरस के प्रकोप पर चर्चा के लिए डब्ल्यूएचओ ने एक बैठक बुलाई है।

कहां से फैला यह वायरस?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सोमवार को एक बयान में कहा कि नौ मौतों के अलावा की-एनटेम में 16 अन्य लोगों में बुखार और खून की उल्टी सहित संदिग्ध लक्षण दिखाई दिए हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, इसका प्रकोप युगांडा से आयातित अफ्रीकी हरे बंदरों पर लैब में किए गए प्रयोगों के बाद सामने आया। इसके बाद, अंगोला, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, केन्या, दक्षिण अफ्रीका और युगांडा में प्रकोप और छिटपुट मामले सामने आए।