बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले से एक शर्मनाक घटना सामने आई है। जहां एक शैलेंद्र नाम के दलित युवक के साथ लोधेश्वर महादेव मंदिर में मारपीट की गई है। शैलेंद्र का दोष सिर्फ इतना ही था कि वो शिवलिंग पर जल चढ़ाने गया था। युवक का आरोप है कि इस दौरान मंदिर के पुजारी आदित्य तिवारी, शुभम तिवारी और आदित्य तिवारी ने जातिसूचक गालियां देकर उसे पूजा करने से रोका। शैलेंद्र ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि अखिल तिवारी, शुभम तिवारी और आदित्य तिवारी ने उसे मंदिर में पूजा करने से रोका। इस दौरान उसके साथ जातिसूचक गालियां भी दी गई।
वहीं जब उसने विरोध किया तो उन्होंने उसपर बर्तन और घंटी से हमला कर दिया। घायल शैलेंद्र को घायल अवस्था में रामनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया और बाद में उन्हें बाराबंकी के जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। दूसरी ओर मंदिर के पुजारी आदित्य तिवारी ने शैलेंद्र पर अपनी बहू से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है। आदित्य तिवारी ने कहा कि ‘मेरा बेटा और बहू पूजा कर रहे थे। इसी दौरान उसने (शैलेंद्र) मेरी बहू से छेड़छाड़ शुरू कर दी। जब मेरे बेटे ने इसका विरोध किया तो उसने उसे पीटना शुरू कर दिया।
इसमें जातिवाद का कोई मामला नहीं है। तिवारी ने बताया कि मंदिर के कई सेवादार दलित या पिछड़ी जातियों से हैं। यहां सावन और शिवरात्रि के अवसर पर सामान्य और पिछड़ी जातियों के लाखों लोग दर्शन करने आते हैं। पुजारी ने दावा किया कि इस तरह के आरोप कभी भी नहीं लगे। बाराबंकी अपर पुलिस अधिकारी उत्तरी विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया जांच में पाया गया है कि पीड़ित द्वारा लगाए गए आरोप पूजा करने पर मारा गया है यह निराधार है। किसी अन्य बात को लेकर विवाद की बात सामने आ रही है। रामनगर पुलिस द्वारा दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जांच कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।