लखनऊ: कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मोदी सरनेम को लेकर की गई टिप्पणी के मामले में सजा सुनाये जाने के बाद राजधानी में प्रदर्शन देखने को मिला है। हालांकि कोर्ट ने राहुल गांधी को जमानत दे दी है। यह प्रदर्शन कांग्रेस पार्टी के नेताओं की अगुवाई में हुआ है। राजधानी स्थित कांग्रेस कमेटी कार्यालय से प्रांतीय अध्यक्ष नकुल दुबे, कोषाध्यक्ष शिव पाण्डेय, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में राजभवन घेरने जा रहे कांग्रेस पार्टी के नेताओं को पुलिस ने रोक दिया। जिसके बाद कांग्रेसी नेता धरने पर बैठ गये। धरने पर बैठे नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लेकर ईको गार्डन भेज दिया।
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प्रांतीय अध्यक्ष नकुल दुबे ने आरोप लगाते हुये कहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने पर राहुल गांधी को फंसाने के लिए भाजपा की मोदी सरकार के तानाशाही रवैया सबके सामने है। भाजपा भ्रष्टाचार की लूट में शामिल है। इसीलिए बीजेपी अपनी कमियों को छिपाने के लिए विपक्ष और राहुल गांधी की आवाज को दबाना चाहती है।उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार के संरक्षण में जनता के पैसे की लूट और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने पर राहुल गांधी को षड्यंत्र के तहत फंसाने की कोशिश हो रही है।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कार्रवाई देश के पैसों के लुटेरों के खिलाफ करनी थी और कार्रवाई कर रहे हैं उस लूट के खिलाफ आवाज उठाने वाले नेता राहुल गांधी पर, लोकतंत्र में सारी मर्यादा और आचरण ताक पर रखकर भाजपा इस कदर तानाशाही पर उतारू है जनता के पैसे को अपने मित्र मेहुल चौकसी , नीरव मोदी को लुटा कर विपक्ष की आवाज बंद कर रही है आज कार्रवाई तो उन लुटेरों के खिलाफ होनी चाहिए थी जिन्होंने जनता का धन लूटा, उन पर होनी चाहिए थे जो सत्ता में बैठकर जनता का पैसा लूट रहे हैं, लेकिन देश आज देख रहा है आज की कार्यवाही उन पर की जा रही है जो इस भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए लगातार आवाज उठा रहे हैं।मीडिया संयोजक अंशू अवस्थी ने कहा कि प्रधानमंत्री सहित पूरी भारतीय जनता पार्टी अपने दिमाग से यह निकाल दे कि इस तरीके के षड्यंत्रों से हम डर जाएंगे।