लखनऊ : अधिवक्ताओं ने दो घंटे तक सड़क पर शव रखकर किया चक्का जाम

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लखनऊ: लखनऊ कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता शशांक अवस्थी (55) की मंगलवार देर रात इलाज के क्रम में मौत होने के बाद शहर भर के अधिवक्ताओं का पुलिस विभाग पर गुस्सा फूट पड़ा। बुधवार को अधिवक्ताओं ने स्वास्थ्य भवन चौराहे पर शशांक अवस्थी का शव रखकर सड़क जाम कर दी।

पुलिस की सुस्त कार्यशैली और 50 लाख मुआवजे की मांग को लेकर अधिवक्ताओं ने पुलिस मुर्दाबाद के नारों के साथ विरोध-प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे पुलिस पदाधिकारियों से भी अधिवक्ताओं की धक्का-मुक्की हुई। करीब दो घंटे तक चले विरोध-प्रदर्शन के बाद मुआवजे का आश्वासन मिलने के बाद जाम खोला गया और शशांक अवस्थी के शव को अंतिम संस्कार के लिए भैंसाकुण्ड घाट ले जाया गया।

कार सवार ने मारी थी टक्कर

विदित हो कि गत 3 नवंबर को कोर्ट से घर की ओर जाते समय डालीबाग पुल के समीप तेज रफ्तार कार ने अधिवक्ता शशांक अवस्थी की बाइक में टक्कर मार दी थी और मौके से फरार हो गया था। अधिवक्ता शशांक का 19 दिनों तक केजीएमयू में वेंटिलेटर पर इलाज चला और गत मंगलवार रात उनका इलाज के क्रम में निधन हो गया।

पुलिस उच्चाधिकारियों से धक्का-मुक्की

सड़क जाम की सूचना मिलने पर मौके पर जेसीपी लॉ एंड ऑर्डर पीयूष मोर्डिया, डीसीपी पश्चिम एस चन्नप्पा, एडीसीपी पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा, डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक, एडीसीपी मध्य राजेश श्रीवास्तव समेत पुलिस विभाग व जिला प्रशासन के कई आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए करीब 100 पुलिस कर्मियों को भी लगाया गया।

पुलिस ने अधिवक्ताओं को समझाते हुए शव को हटवाने हुए शव वाहन में रखवा दिया। इसे लेकर अधिवक्ता शव वाहन के ऊपर चढ़ गए और पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की गई। डीसीपी पश्चिम एस चन्नप्पा भी धक्का-मुक्का का शिकार हुए। अंतत: एसडीएम स्तर के अधिकारियों से मुआवजे और जेसीपी पीयूष मोर्डिया से जल्द से जल्द आरोपी की गिरफ्तारी का आश्वासन मिलने के बाद अधिवक्ता शांत हुए।

कार का पता नहीं लगा सकी पुलिस

अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि मामले को लेकर गत 3 नवंबर को ही अलीगंज कोतवाली में अज्ञात कार चालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। पर 19 दिन बाद तक भी पुलिस कार चालक का नंबर तक पता नहीं लगा पाई। अधिवक्ताओं ने अलीगंज कोतवाली में दोषी पुलिस अधिकारियों को तत्काल निलंबित करने की मांग की। साथ ही मृतक के परिजनों के लिए 50 लाख मुआवजा मांगा

पांच बार लखनऊ बार के अध्यक्ष

अधिवक्ताओं ने बताया कि मृतक अधिवक्ता शशांक अवस्थी उर्फ नीलू के पिता प्रकाश अवस्थी पांच बार लखनऊ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रह चुके हैं। वहीं शशांक अवस्थी भी लखनऊ बार एसोसिशन के कोषाध्यक्ष रह चुके हैं। शशांक अपने पीछे अपनी पत्नी और दो बेटियों को छोड़ गए।

जल्द होगी गिरफ्तारी : जेसीपी

जेसीपी पीयूष मोर्डिया ने बताया कि अधिवक्ता शशांक अवस्थी के मामले की जांच एसीपी अलीगंज को सौंप दी गई है। कार से टक्कर मारने वाले युवक की पहचान करने के लिए आसपास के सभी सीसीटीवी फुटेज जांचने को कहा गया है। मुआवजे की बात जिला प्रशासन स्तर से चल रही है। जल्द ही आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया जाएगा।