सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रसड़ा में बाल रोग विशेषज्ञ की कमी, नवजातों पर पड़ रहा भारी असर
संवाददाता- उमाकांत विश्वकर्मा
रसड़ा (बलिया), 5 अगस्त 2025 — सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) रसड़ा में लंबे समय से बाल रोग विशेषज्ञ की तैनाती न होने से नवजात शिशुओं के इलाज में भारी दिक्कतें आ रही हैं। चिकित्सा सुविधा के अभाव में कई बार गंभीर अवस्था में आए नवजातों को रेफर करना पड़ता है, जिससे समय पर इलाज न मिलने के कारण उनकी जान पर बन आती है।
स्थानीय नागरिकों और मरीजों के परिजनों का कहना है कि सीएचसी रसड़ा क्षेत्र का एकमात्र प्रमुख सरकारी स्वास्थ्य केंद्र है, जहां आसपास के कई गाँवों से लोग इलाज के लिए आते हैं। लेकिन बाल रोग विशेषज्ञ न होने से न केवल शिशुओं के सामान्य टीकाकरण और स्वास्थ्य जांच में देरी हो रही है, बल्कि कई बार आपात स्थिति में नवजातों को जिला अस्पताल या निजी अस्पतालों में भेजना पड़ता है।
सीएचसी के एक वरिष्ठ चिकित्सक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अस्पताल में संसाधन और स्टाफ की कमी लंबे समय से बनी हुई है। “बाल रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति न होने से हमें सामान्य चिकित्सकों के भरोसे ही नवजातों का प्राथमिक उपचार करना पड़ता है, जो कि एक आदर्श स्थिति नहीं है।
स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द बाल रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति की जाए, ताकि नवजातों को समय पर और उचित इलाज मिल सके।
अगर समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया, तो यह कमी एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या का कारण बन सकती है।