लखनऊ: किंगजार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में मंगलवार को नर्सिंग हास्टल का उद्घाटन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया। उसके बाद राज्यपाल ने ब्राउन हॉल में आयोजित सभा को संबोधित भी किया।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि हमारा देश नर्सिंग स्टाफ का कृतज्ञ है, जो कोविड काल की चुनौतियों में निरंतर अपनी सेवाएं देकर अग्रिम पंक्ति में खड़ा रहा। उन्होंने कहा कि एक समयावधि में कोविड टीकाकरण का कार्य पूरा करके हमारे देश की नर्सों ने पूरी दुनिया के सामने एक मिसाल कायम की। मेहनत से अपने कार्यों को पूरा करने वाली नर्सों को राज्यपाल ने विश्वविद्यालय परिसर अवासीय सुविधा के लिए ट्रांजिट नर्सेज हास्टल सुविधा प्राप्त होने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि जब आवास की सुविधा प्राप्त होती है तो परिवार को प्रसन्नता होती है और कार्य-सम्पादन सुगम हो जाता है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों में कार्यदायी संस्थाओं द्वारा समय से कार्य न करने, निर्माण नियमों को अनदेखा करके कार्य करने, निर्धारित बजट के अंतर्गत कार्य पूर्ण न करके अधिक बजट की माँग करने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों के अधिकारियों के बीच समुचित तालमेल और मंत्रियों द्वारा कार्यों की भौतिक जानकारी कार्यों के समयबद्ध सम्पादन के लिए जरूरी है। उन्होंने मंत्रियों और अधिकारियों को निर्माणाधीन कार्यों का समय-समय पर स्थलीय सत्यापन, ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की पूर्ति का वास्तविक अवलोकन करने को भी कहा। राज्यपाल ने सरकारी और चुने गए जनप्रतिनिधियों में महिलाओं की बढ़ती संख्या का उल्लेख करते हुए उनके कार्यालयों में महिलाओं के उपयोगार्थ पृथक शौचालयों के निर्माण पर भी जोर दिया। इस अवसर पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा समेत अन्य अधिकारी व चिकित्सक उपस्थित रहे। जिस हॉस्टल का आज उद्घाटन हुआ है। उसमें करीब 250 कमरे हैं। डालीगंज स्थित नर्सिंग हास्टल की शुरूआत हो जाने से केजीएमयू के नर्सिंग ऑफिसर को आवास के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। मौजूदा समय में केजीएमयू में 700 नर्सिंग ऑफिसर तैनात है। यहां पर नर्सिंग ऑफिसर को आवास मिलने से उन्हें बाहर कमरा किराये पर नहीं लेना पड़ेगा। केजीएमयू की नर्सिंग ऑफिसर जब केजीएमयू परिसर में निवास करेंगे, तो मरीजों को बेहतर इलाज मिलना और भी आसान हो सकेगा।