2022-23 में खाद्य, किराना खुदरा विक्रेताओं की आय 15-20 प्रतिशत बढ़ेगी: रिपोर्ट

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मुंबई: आवश्यक वस्तुओं की लगातार मजबूत मांग और संगठित क्षेत्र की बढ़ती पैठ के चलते भारत में संगठित खाद्य और किराना (एफएंडजी) कारोबारियों की आय वित्त वर्ष 2022-23 में 15-20 प्रतिशत तक बढ़ेगी। इक्रा ने एक रिपोर्ट में बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, कोविड संबंधी पाबंदियों को हटाने, आवश्यक वस्तुओं की लगातार तेज मांग और खुदरा क्षेत्रों के नियमित विस्तार से आय में 15-20 प्रतिशत वृद्धि होने की संभावना है।

इक्रा ने रिपोर्ट में आगे कहा कि मुद्रास्फीति के दबाव के कारण परिचालन लाभ मार्जिन (ओपीएम) 2022-23 में 5-6 प्रतिशत तक रहने का अनुमान है। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि अच्छी आय और स्थिर कमाई की उम्मीद को देखते हुए इस क्षेत्र के लिए परिदृश्य स्थिर है। इक्रा की उपाध्यक्ष और क्षेत्र प्रमुख साक्षी सुनेजा ने कहा, ‘‘एफएंडजी क्षेत्र कोविड के प्रकोप के दौरान जुझारू बना रहा और वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही में ही कोविड-पूर्व के स्तर पर वापस आ गया। उसके बाद से कमाई में स्वस्थ वृद्धि बनी हुई है।’’