नीरज शुक्ला
रामनगर बाराबंकी
रामनगर फतेहपुर मार्ग से जुड़ा किशुनपुर से सेमराय होते हुए सूरतगंज को जोड़ने वाला बाबू सिंह काका मार्ग गड्ढों में तब्दील हो चुका है,जिस पर हजारों की संख्या में स्कूली बच्चों सहित स्कूली वाहनों व आमजन का आवागमन बना रहता है। जो एक कभी भी बहुत बड़ा हादसे का रूप बन सकता है। क्योंकि इस मार्ग पर काफी बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। इन गड्ढों में बुजुर्ग,स्कूल जाने वाले बच्चे साइकिल लेकर गड्ढों में गिरकर चोटिल हो जाते हैं।
विभागीय अधिकारी कर्मचारी कई बार खबर लिखे जाने के बावजूद भी इस ओर ध्यान देना मुनासिब नहीं समझते। हो सकता है शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हो।
ज्ञात हो कि इस मार्ग पर इस समय पीली मिट्टी का खनन बहुत तेजी से चल रहा है और ओवरलोड डंफरो के द्वारा इस सड़क की दुर्दशा हुई है। ग्राम अमोली कीरतपुर में विद्यावती पत्नी गौरी शंकर के घर के पास बनी पुलिया इन डंफ़रो के चलने से टूट गई इस पुलिया से पूरे गांव का गंदा पानी निकलता था यदि इस पुलिया की मरम्मत नहीं हुई तो यह गंदा पानी नालों में डंप होगा और डेंगू मलेरिया जैसी बीमारियों को पैदा करने के लिए इनमें मच्छर पैदा हो जाएंगे और लोग अस्पतालों के चक्कर लगाएंगे। संवाददाता ने डंफरो को रोककर उनसे पूछा कि आप लोगों के द्वारा जो यह पुलिया तोड़ी है इस पुलिया का निर्माण कौन कराएगा तो ड्राइवरों ने बताया यह जिम्मेदारी ठेकेदार की है ठेकेदार जाने। ऐसे में विभागीय अधिकारियों को इस ओर जरूर ध्यान देने की जरूरत है।