संवाददाता : प्रमोद पाण्डेय
जयसिंहपुर सुलतानपुर । बिरसिंहपुर सौ बेड अस्पताल में पहली बार बृहस्पतिवार को डॉक्टरों ने गर्भवती महिला का सफल प्रसव कराया। सामान्य प्रसव से महिला ने बच्ची को जन्म दिया हैं। अस्पताल में प्रसव सेवा शुरू हो जाने से क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। अस्पताल निरीक्षण किया। उन्होंने सफल प्रसव सेवा के लिए महिला रोग विशेषज्ञ समेत एक एएनएम की भी ड्यूटी अस्पताल में लगा दी और कहा यहां प्रसव होना चाहिए। जिसको स्वास्थ्य विभाग ने संजीदगी से लिया। बृहस्पतिवार की रात पिपरा भवानीपुर निवासी प्रभात की पत्नी रंजिता (24) को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। परिजन उसे बिरसिंहपुर अस्पताल लेकर आए। जहां देर रात प्रशिक्षित स्टॉफ नर्स खुशबू पाल, मंजू मौर्य, संजू पटेल व ताइबा ने उसका सफल प्रसव कराया। गर्भवती महिला ने सामान्य प्रसव से बच्ची को जन्म दिया है। गुरुवार को स्वास्थ्य महकमे के आला अधिकारियों की फटकार के बाद सचेत अस्पताल यशासन ने अपने पास मौजूद स्टाफ नर्स से प्रसव शुरू करा दिया। 27 करोड़ की लागत से बने 100 शैय्या अस्पताल विरसिंहपुर में बीती रात बहली बार किलकारी गूंजी, जिससे लोगों में हर्ष व्याप्त हो गया। दो आपरेशन थियेटर होने के बावजूद यसव के लिए प्रशिक्षित स्टाफ नर्स व फिजीशियन न होने के कारण प्रसव की सुविधा भी यहां नही मिल रही यी। गुरुवार को अपर स्वास्थ्य निदेशक डा. सुशील प्रकाश चौधरी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. ओम प्रकाश चौधरी ने अस्पताल का निरीक्षण कर जयसिंहपुर की एएनएम नीलम वर्मा को यहां तैनात करते हुए 108 व 102 एंबुलेंस की व्यवस्था करवाई। रात में पिपरा भवानीपुर निवासी प्रभात शर्मा की पत्नी रंगीता सर्मा प्रसव के लिए 102 एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचों। मौजूद नर्स ने सुरक्षित प्रसव कराया। सीएमएस डा. राजकमल चौरसिया ने कहा कि हमारेअस्पताल के लिए खुशी के पल हैं कि स्टाफ नर्सों ने बगैर आपरेशन के नार्मल प्रसव कराकर अपनी कुशल कार्य क्षमता का परिचय दिया ।
