रामनगर बाराबंकी। बीस मार्च को विकासखंड कार्यालय रामनगर में करीब तीन करोड़ के हुडर में दर्शाए गए कार्यो और उनकी लागत पर आपत्ति जताते हुए डी एम को शिकायत की गई कि जिस पर डी एम ने बीडीओ से रिपोर्ट मांगी है।
ग्राम देवसानी निवासी देवेश कुमार सिंह ने अपने पत्र में कहा है कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में क्षेत्र पंचायत से करीब तीन करोड़ के जो टेंडर हुए हैं उनमें दर्शाए गए कार्यो में अनियमिता है।
प्यारेपुर में सचिन पांडेय के घर से मेन रोड तक सड़क बनी है जिसका नाम बदल कर पुनः टेंडर कराया गया है। प्रमुख कक्ष व शौचालय मरम्मत में एक लाख तीस हजार रूपये लागत दर्शाई गई है जब कि कम लागत में शौचालय बन सकता है। प्रमुख कक्ष में नया ए सी लगाने के लिए एक लाख लागत बताई गई जब कि 2021-22 में नया एसी टेंडर से ही लगाया गया है जो अभी चालू है।
इसी प्रकार किशुनपुर में बहुउद्देश्यीय साधन सहकारी समिति की मरम्मत के कार्य की लागत नौ लाख सत्तर हजार बताई गई है जब कि केवल प्लास्टर ही खराब है बाकी पूरा समिति भवन सही है। इस लागत मे दो कमरे नए बन सकते।
उटखरा सामुदायिक भवन की मरम्मत के लिए नौ लाख पचासी हजार लागत दर्शाई गई जब कि काम बहुत कम है। इसकी लागत जेई लघु सिंचाई से लगवाई गई है जब कि जेई आर ईडी से लगवाना चाहिए। जेई आर ईडी ने गलत स्टीमेट नहीं बनाया तो उनको लेटर पैड पर शिकायत कर हटवा दिया।
जेई एम आई अरुण कुमार ब्यास जो बीटी से जेई बने है से इन कार्यो की भुगतान की योजना है। समस्त कार्य केवल दो या तीन फर्मो से ही कराकर सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है। ब्लॉक मे सूरतगंज ब्लॉक का एक प्राइवेट आदमी कमीशन लेने के लिए रखा गया है। शिकायत कर्ता ने सभी कार्यो व बनवाए गए स्टीमेट की जांच कराने के साथ कार्यो को रुकवाने की मांग की है।
सूत्र बताते हैं कि शिकायत के बाद बीडीओ ने प्यारेपुर की इंटर लाकिंग, प्रमुख कक्ष का शौचालय मरम्मत व ए सी का कार्य बैक डेट में हटा दिया है लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी। और तो और घोटाले कि जानकारी किसी को न हों इसलिए जिले का टेंडर गैर जनपद में प्रकाशित करवाया गया है।
इस संबंध मे बीडीओ ने बताया कि शिकायत की जानकारी हुई है। सभी विकास कार्य सही है। जांच में जो होगा उसे देखा जाएगा।