सौसरवां विद्यालय में योग बना अनुशासन और ऊर्जा का प्रतीक, बच्चों ने सीखा संतुलित जीवन का मंत्र

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संवादाता वसीम खान:मुहम्मदाबाद गोहना मऊ के सौसरवां प्राथमिक विद्यालय में योग अब सिर्फ एक अभ्यास नहीं, बल्कि बच्चों के जीवन का हिस्सा बनता दिखा। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के तहत शुरू हुए योग सप्ताह का उद्देश्य केवल आसनों का अभ्यास नहीं, बल्कि शरीर, मन और जीवनशैली में संतुलन स्थापित करना रहा।

प्रधानाध्यापक रामनिवास मौर्य, जिन्हें राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार और राज्य योग सम्मान मिल चुका है, ने स्वयं योग सत्र का संचालन करते हुए बच्चों को सहज और सरल भाषा में योग का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि योग कोई क्रिया नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक विधा है।

बच्चों ने पूरी रुचि के साथ ताड़ासन, वृक्षासन, भुजंगासन, वज्रासन और प्राणायाम का अभ्यास किया। पूरे परिसर में अनुशासन, ऊर्जा और सकारात्मकता का वातावरण बना रहा।इस अवसर पर शिक्षिकाएं शगुफ़्ता यास्मीन, ज्योतीन्द्र पति पाण्डेय, शिवदान चौहान, लालमती देवी और सरस्वती देवी भी मौजूद रहीं और बच्चों को प्रोत्साहित करती रहीं।योग सप्ताह 21 जून तक जारी रहेगा और विद्यालय प्रशासन ने इसे एक उत्सव की तरह मनाने का निर्णय लिया है, जिससे बच्चों के भीतर आत्मविश्वास, एकाग्रता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता विकसित की जा सके।