राघवेंद्र मिश्रा
जहांगीराबाद बाराबंकी: दहेज में दस लाख रुपये की मांग को लेकर बारात न लाना लड़के पक्ष को भारी पड़ गया। जिसकी शिकायत लड़की के पिता ने पुलिस से की, किंतु कार्रवाई न होती देख न्यायालय की शरण ली। सोमवार को एसीजेएम के आदेश पर जहांगीराबाद पुलिस ने दहेज की धाराओं में छह लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है।
जहांगीराबाद थाना क्षेत्र निवासी एक पिता ने पहले जहांगीराबाद पुलिस को तहरीर दी। जहां कार्रवाई न होने पर 7 दिसंबर 2022 को पुलिस अधीक्षक से मामले की शिकायत की। फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। तब पीड़ित ने न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर बताया था कि मैंने अपनी पुत्री की शादी शहर के लखपेड़ाबाग के निकट पंचमदास कुटी निवासी मनीष कुमार के साथ तय की थी। गोदभराई व तिलकोत्सव की रश्में पूरी हो चुकी थी। जिसमें अपनी हैसियत के अनुसार करीब तीन लाख पचास हजार रुपये खर्च भी किया था। 19 नवंबर 2022 को उसके घर बारात आनी थी। तैयारियां पूरी हो चुकी थीं, मेहमान भी आ चुके थे। किंतु शादी से एक दिन पूर्व लड़के पक्ष के मनीष, आनंद, रोहित, बिंदू, विनोद व परिवार की महिलाओं ने 10 लाख रुपये दहेज देने की मांग की। रुपयों का इंतजाम न होने पर दूल्हे के घर वालों ने बारात नहीं भेजी। आरोप है कि वह अधिक दहेज लेकर कहीं और से शादी करना चाहते हैं। पुलिस की ओर से कार्रवाई न होते देख पीड़ित पिता ने कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसका संज्ञान लेते हुए एसीजेएम कोर्ट 19 ने जहांगीराबाद पुलिस को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। थानाध्यक्ष विनोद यादव ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर दहेज की धाराओं में छह लोगों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया है।