बरेली: उत्तरायणी मेला परिसर को नो प्लास्टिक जोन घोषित कर सख्त पाबंदियां लगाई गई हैं। हिदायत दी गई है कि मेले में कोई भी डिस्पोजलेबल प्लास्टिक, सिंगल यूज पॉलिथीन, गिलास-कप जैसी चीजों का इस्तेमाल किसी हालत में न होने दिया जाए। ऐसा हुआ तो उत्तरायणी मेला समिति को जुर्माना भरना पड़ेगा। दरअसल, स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान के तहत शहर में सभी मेला आयोजनों को नो प्लास्टिक जोन घोषित किया गया है। इसी क्रम में बरेली क्लब ग्राउंड में 13 जनवरी को शुरू होने जा रहे उत्तरायणी मेले पर भी पाबंदियां लगाई गई हैं। तीन दिन तक चलने वाले इस मेले में भारी भीड़ पहुंचती है। खानपान के तमाम स्टॉल के साथ टेंट बगैरह लगाए जाते हैं। उत्तरायणी मेला समिति को मेले के दौरान प्लास्टिक का प्रयोग पूरी तरह रोकने का निर्देश दिया गया है।
इस बारे में मौखिक निर्देश जारी कर दिए गए हैं। जल्द ही नगर निगम उत्तरायणी मेला समिति को पत्र भी जारी कर देगा। चेतावनी दी जाएगी कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट अधिनियम का उल्लंघन करने पर समिति के जिम्मेदार लोगों पर जुर्माना डाला जाएगा। मेले के दौरान नगर निगम की टीम भी प्लास्टिक के प्रयोग पर नजर रखेगी, साथ ही लोगों को प्लास्टिक का प्रयोग न करने के लिए जागरूक भी किया जाएगा। शहर को स्वच्छ बनाने की प्राथमिकता है। मेलों में प्लास्टिक का प्रयोग ज्यादा होता है। जनता के सहयोग से ही शहर को साफसुथरा बनाया जा सकता है। चार लोगों की टीम उत्तरायणी मेले पर निगरानी रखेगी।- अजीत कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त