Azamgarh: आजमगढ़ में बन रहे अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का लगभग दो माह से चल रहा विरोध

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आजमगढ़: नवनिर्मित एयरपोर्ट से अभी उड़ान में देरी है। सरकार ने इसका विस्तारीकरण कर अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने का निर्णय लिया लेकिन लगभग दो माह से किसान इस विस्तारीकरण का विरोध कर रहे हैं। भाजपा सरकार ने रीजनल कनेक्टिविट स्कीम के तहत मंदुरी हवाई पट्टी का चयन कर इसे एयरपोर्ट बनाने का निर्णय लिया। शासन के निर्देश पर कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम ने इसके विस्तारीकरण का कार्य पूरा कर दिया। कार्य पूरा होने के बाद यहां से लखनऊ के लिए छोटे प्लेन उड़ाने की योजना पर कार्य भी शुरू हुआ लेकिन अभी उड़ान शुरू होती उससे पहले ही सरकार ने इसका विस्तारीकरण कर इसे अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने का निर्णय लिया। इस निर्णय के बाद शासन के निर्देश पर प्रशासन की ओर से किसानों की जमीन का सर्वे किया गया। जमीन का सर्वे शुरू होते ही किसानों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। किसान अपनी जमीन को बचाने के लिए लगभग दो माह से खिरिया बाग में अनवरत धरना दे रहे हैं। किसानों के इस धरने को सामाजिक कार्यकर्ता संदीप पांडेय, मेघा पाटकर, राकेश टिकैत जैसे सामाजिक कार्यकर्ताओं और किसान नेता अपना समर्थन दे चुके हैं। जिसके कारण मंदुरी एयरपोर्ट का विस्तारीकरण फिलहाल रुका हुआ है। वहीं रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत चयनित इस एयरपोर्ट से उड़ान भी शुरू नहीं हो सकी है। अजय ने बताया कि रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत जो उड़ान शुरू हो रही है अगर उसे महानगरों से नहीं जोड़ा गया तो इसका कुछ भी फायदा नहीं मिलने वाला है। सिर्फ लखनऊ तक यहां से सफर करने में सड़क मार्ग से भी ज्यादा समय लगेगा। एसके सत्येन ने कहा कि सरकार को चाहिए कि महानगरों को यहां से उड़ान शुरू करे। ताकि अगर कोई विदेश जाना चाहे तो यहां से दूसरे एयरपोर्ट पहुंचकर वहां से दूसरे देशों की यात्रा कर सकेंगे। बाबतपुर एयरपोर्ट की डायरेक्टर आर्यमा सान्याल ने बताया कि हमारा काम एयरपोर्ट की कमियों को दूर कर उसे उड़ान के लिए तैयार करना था। जो पूरा हो गया। रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। अब इसे कब शुरू करना है इसका फैसला सरकार को लेना है।