चुनाव का बिगुल बजते ही रामनगर नगर पंचायत में घमासान

स्थानीय समाचार

नीरज शुक्ला

रामनगर बाराबंकी

नगर पंचायत मे चुनाव का विगुल बज चुका है।तालाबो पार्को के सौन्दर्यीकरण से लेकर तमाम विकास कार्य और उनकी गुणवत्ता आम अवाम की चर्चा से अभी तक दूर है।छोटे छोटे वाद विवाद और आये दिन थाने कचेहरी मे घटित हो रही शोषण उत्पीडन की समस्याये लोगो के सामने मुह फैलाये खडी है।जिसके चलते सर्व समाज नगर पंचायत रामनगर मे इस बार ईमानदार और निष्पक्ष छवि के प्रत्याशी के पक्ष मे खडी दिखाई दे रही है।जिससे लोगो को न्याय मिले और सामाजिक विदूषक विचौलियो से उन्हे राहत मिल सके।मालूम हो कि नगर निकाय मे चुनावो की सरगर्मी शुरु हो चुकी है।प्रदेश सरकार की ओर से अध्यक्ष एंव सदस्य पदो के आरक्षण की सूची जारी हो चुकी है।जिसके साथ ही चुनावी घमासान शुरु हो चुका है।नगर पंचायत रामनगर मे दावेदारो की तो फेहरिस्त बडी है।पूर्व एंव वर्तमान चेयरमैन से लेकर आधा दर्जन नये दावेदार भी ताल ठोक रहे है।सभी दावेदार नगर का चहमुखी विकास कराये जाने का दावा कर रहे है।लेकिन चालू सत्र मे कराये गये और सरकारी अभिलेखो मे दर्ज विकास कार्यो से सर्व समाज का जैसे मोहभंग हो चुका है।नगर पंचायत रामनगर मे शोषितो पीडितो के साथ साथ समपन्न वर्ग भी जायज आवाज उठाने वाले जन प्रतिनिधि का चयन करने के पक्ष मे खुलकर बोलने लगे है।प्रशासनिक शोषण उत्पीडन से लडने की क्षमता और प्रत्याशियो की नीयति के हिसाब से नगर मे पंचायत के अध्यक्ष पद का चयन होना तय है।जिससे सर्व समाज को टिकाऊ विकास कार्य और सस्ता न्याय उन्हे उनके दर पर सुलभ हो सके।लोग इस बार किसी झासे मे नही आने वाले है।तालाबो पार्को और विकास कार्यो मे हुये छलावे के बाद अब नगर के चहुमुखी विकास कार्य के वादो पर आमजन कोई गौर करने के लिये तैयार नही है।नगर पंचायत रामनगर मे धीरे धीरे अध्यक्ष पद के लिये सामने आने वाले दावेदारो की नीयति का पैराग्राफ जरुर आका और देखा जा रहा है।जिसके बल पर ही नगर मे पंचायत का अध्यक्ष बन पाने के आसार प्रबल है।आगे जो भी होगा वह देखा जायेगा।