आजादी के बाद कांग्रेस ने आरक्षण का किया विरोध, सरदार पटेल के परिवार को नहीं दिया गया था सहारा: पंकज चौधरी

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बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में शुक्रवार को केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी पहुंचे। यहां सरदार पटेल जयंती समारोह में हिस्सा लिया। समारोह राजकीय इंटर कॉलेज के ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया। इसे सरदार मिशन पटेल द्वारा आयोजित किया गया। इस दौरान उन्होंने जनसभा को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद मोदी सरकार ने पिछड़ों और अनुसूचित जाति के लिए काम किया है। कांग्रेस सरकार ने तो आरक्षण का विरोध किया था। जब आरक्षण की बात आई तो तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखकर इसका विरोध किया था। सरदार पटेल के परिवार को भी सहारा नहीं दिया गया। उनके परिवार को गुजरात के अहमदाबाद में सहारा लेना पड़ा।

केंद्र सरकार में 60 फीसदी मंत्री पिछड़े व अनुसूचित जाति से…

उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने अपने रहते हुए एक झोला छोड़ा था। इसमें चंदे के 35 लाख रुपये थे। यह झोला तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को सौंपा गया। लेकिन, फिर भी उनके परिवार के बारे में नहीं सोचा गया। मंत्री ने मंडल कमीशन समेत कई बातों का जिक्र करते हुए कहा कि आज केंद्र सरकार में 60 फीसदी मंत्री पिछड़े व अनुसूचित जाति से हैं।

कई तीर्थ स्थानों का विकास हुआ

कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरदार पटेल के सपने पूरे कर रहे हैं। उदाहरण देते हुए कहा कि सरदार पटेल ने सोमनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार कराया था। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण और कई तीर्थ स्थानों का विकास हुआ है।

कार्यक्रम में यह लोग रहे मौजूद

कार्यक्रम में मौजूद जिले के प्रभारी मंत्री सुरेश राही ने कहा कि सरदार पटेल ना होते तो आज देश कई हिस्सों में बंटा होता। राज्यों को जाने के लिए भी वीजा की जरूरत पड़ती। इस मौके पर अनुसूचित जाति, जनजाति आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत, एमएलसी अवनीश सिंह पटेल, भाजपा प्रदेश महामंत्री संजय राय, पूर्व सांसद उपेंद्र सिंह रावत, विधायक साकेंद्र प्रताप सिंह, महराजगंज के विधायक ज्ञानेंद्र सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष अरविंद मौर्य समेत तमाम लोग मौजूद रहे।
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