बरेली: प्रयागराज के चर्चित उमेश पाल अपहरण कांड में 28 मार्च को सजा सुनाई जा सकती है। इस अपहरण कांड में माफिया अतीक अहमद के साथ उसका छोटा भाई अशरफ भी आरोपी है। अशरफ करीब ढाई साल से बरेली जिला जेल में बंद है। उसे न्यालालय में पेश करने के लिए प्रयागराज पुलिस की टीम रविवार देर रात बरेली पहुंचीं।
अशरफ को बरेली से प्रयागराज ले जाने की तैयारी पूरी है। किसी भी समय प्रयागराज एसटीएफ अशरफ को ले जा सकती है। 730 किलोमीटर की दूरी तय करके एसटीएफ की टीम अशरफ को लेकर प्रयागराज पहुंचेगी। अशरफ की रवानगी की बात किसी ने अभी तक कंफर्म नहीं की है। 28 मार्च को एमपी एमएलए कोर्ट में अशरफ की अतीक के गवाही है। प्रयागराज के न्यायालय ने अशरफ का प्रोडक्शन वारंट जारी किया है। प्रयागराज पुलिस जेल में ही वारंट तामील कराने के उसे लेकर सड़क मार्ग से रवाना ले जाएगी। उसकी रवानगी के दौरान कड़ी सुरक्षा रहेगी। बता दें कि अशरफ उमेश पाल हत्याकांड में भी नामजद है। प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के बाद गवाह उमेश पाल का अपहरण कर लिया गया था। इस मामले में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ समेत अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उस मामले में 28 मार्च को सजा सुनाई जा सकती है। इसी मामले में प्रयागराज न्यायालय में पेश करने के लिए बरेली जेल से अशरफ को ले जाया जा रहा है। उधर, साबरमती जेल से अतीक अहमद को लेकर प्रयागराज पुलिस रवाना हो गई है। उमेश पाल अपहरण कांड में फैसला आने के दौरान अपहरण कांड के दोनों आरोपी भाई अदालत में मौजूद रहेंगे।
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जिला जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला ने बताया कि अभी अशरफ को प्रयागराज भेजने का कोई निर्देश नहीं आया है। निर्देश मिलते ही उसका पालन किया जाएगा। हालांकि आईजी डॉ. राकेश सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि सोमवार को बरेली जेल से अशरफ को कड़ी सुरक्षा के बीच ले जाया जाएगा।