अयोध्या: सांस्कृतिक और वैदिक धरोहर को संरक्षित रखते हुए अयोध्या को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए प्रदेश सरकार काम कर रही है। सड़कों के चौड़ीकरण के साथ अब अयोध्या के ऊंचे और प्राचीन मंदिरों के भी दिन बहुरने वाले हैं। सैकड़ों वर्ष पुराने मंदिर और ऊंची इमारतों को रंग रोगन कराए जाने के साथ ही उन्हें फसाड लाइट से सुसज्जित किया जाएगा। ताकि आसमान से भी अयोध्या की भव्यता दिखाई दे।
अयोध्या की भव्यता को निखारने के लिए प्रशासनिक अधिकारी लगातार विकास कार्यों का जायजा ले रहे हैं और आवश्यकतानुसार उसमें सुधार के निर्देश भी दे रहे हैं। बीते दिनों मंडलायुक्त गौरव दयाल और जिलाधिकारी नितीश कुमार ने रामपथ और भक्तिपथ के निरीक्षण के दौरान अयोध्या की सबसे ऊंची इमारत राजद्वार पहुंच और आस-पास के इमारतों को देखा। ऊंचाई से दिखने वाली इमारतों को रेनोवेट कराए जाने को लेकर निर्देशित किया है। उन्होंने राजद्वार मंदिर के सबसे ऊंचे शिखर तक सौंदर्यीकरण के साथ फसाड लाइट से सुसज्जित करने का निर्देश दिया है।
जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया कि अयोध्या के प्राचीन ऐतिहासिक पुराने भवन और इमारतों को अलग-अलग चरण में रेनोवेट किया जाएगा। पहले चरण में अयोध्या के 37 ऐतिहासिक मंदिरों को शामिल किया गया है, जिन्हें फसाड से रेनोवेट करने के बाद रंगाई व लाइटिंग की जाएगी। ताकि रात के अंधेरे में मंदिरों की भव्यता दिखाई पड़े। उन्होंने बताया कि अयोध्या का सर्वे किया जा रहा है। जहां सुधार की आवश्यकता है, उस पर ध्यान दिया जा रहा है। ऊपर से देखे जाने के बाद कुछ इमारतें अव्यवस्थित दिखाई दे रही हैं। उनमें भी सुधार किए जाने की जरूरत है।