संवाददाता रामाशीष सिंह आजमगढ़गढ़:
सिधारी थाना क्षेत्र के सिधारी हाइडल चौराहा से थोड़ी दूर पर ही 7 वर्षीय बालक का शव मिलने से हड़कंप मच गया। बोरे में लाश बगल के घर के गेट के ऊपर लटकी मिली। बताया जा रहा है कि सिधारी के पठान टोली निवासी मुकर्रम अली का पुत्र शाज़ेब अली एक दिन पूर्व से लापता था। शाम को खेलने निकला था। पुलिस को भी सूचना दी गई थी। पुलिस भी जानकारी करने में जुटी थी। परिजन खोजबीन में लगे हुए थे। इसी दौरान गुरुवार को सुबह शाज़ेब की लाश मिलने से सनसनी मच गई। भीड़ वाले इलाके के समीप लाश मिलने से लोगों का हुजूम जुट गया। दुकान खुलने के समय जानकारी होने पर और भी ज्यादा भीड़ हो गई। सूचना के बाद मौके पर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अनिल कुमार व एसपी ग्रामीण चिराग जैन के नेतृत्व में भारी पुलिस फोर्स पहुंच गई। लोगों को किनारे हटाया गया। पुलिस लगातार लोगों को कंट्रोल कर रही थी। जांच पड़ताल में जुटी हुई थी। परिजनों से जानकारी की जा रही थी। फिलहाल मामले में जांच पड़ताल जारी थी। शव को पुलिस ने कब्जे में ले लिया था।इस संबंध में एसपी अनिल कुमार ने बताया कि कल सिधारी थाना क्षेत्र के पठान टोली मोहल्ले में यह सूचना प्राप्त हुई थी कि एक लड़का इसका नाम शाज़ेब है वह कहीं गुमशुदा हो गया है । तत्काल प्रभाव से थाना में मुकदमा दर्ज किया गया था। परिजनों ने बताया कि आज सुबह 7 बजे एक अज्ञात नंबर से फिरौती के लिए कॉल आई थी। पुलिस सर्विलांस टीम की मदद से कार्रवाई में जुटी थी कि इस बीच सुबह 11 बजे यह सूचना प्राप्त हुई की घर की पास से बच्चे शव मिला । इस सूचना पर तत्काल प्रभाव से पुलिस और पीएसी की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है। जहां से बच्चे का शव मिला था उसके बगल के छत में खून के निशान मिले हैं। जिसका फील्ड यूनिट द्वारा परीक्षण किया जा रहा है। आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं आरोपी अभी फरार हैं। मौके पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई थाने की फोर्स और पीएसी तैनात की गई।
मेरे बच्चे की मां जैस्मीन खातून ने पड़ोसी संदीप निगम और उसके भाई शैलेंद्र कुमार निगम पर बच्चों की हत्या की जाने का आरोप लगाया है। बच्चों को पड़ोसी ही दिए गए थे बच्चा एक दिन पूर्व से लापता था जिसकी सूचना थाने पर दी गई थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की । बच्चे की मां ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है उनका कहना है कि अगर पुलिस सक्रिय रहती तो उनके बच्चे की जान बच सकती थी। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर कारवाई की मांग की है।
वहीं आरोपियों के दूसरे समुदाय का होने के कारण पुलिस फूंक फूंक