राघवेंद्र मिश्रा
बाराबंकी
शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वाधान में आयोजित नव चेतना जागरण गायत्री महायज्ञ के दूसरे दिन श्रद्धालुओं ने नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ में आहुतियां डाली। इस दौरान भजन कीर्तन और प्रवचन के भी आयोजन किए गए। चार दिवसीय अभियान के दूसरे दिन ध्यान साधना प्रज्ञा योग व ज्ञान का विज्ञान देव पूजन और 9 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने हवन में आहुतियां देकर पुण्य कमाया। सायंकाल नारियों जागो स्वयं को पहचानो का आयोजन किया गया।
शुक्रवार को गायत्री शक्ति पीठ मंदिर परिसर में प्रात: 8बजे शुरू हुए 9 कुण्डीय गायत्री महा यज्ञ में हरिद्वार गायत्रीधाम से आए यज्ञाचार्यो ने वेद मंत्रों के साथ हवन में आहुतियां दिलाईं। जिसमें सैकड़ों महिला,पुरुषों ने पूर्ण श्रद्धा भाव से आहुतियां दीं। इस अवसर पर टोली नायक राज कुमार भृगु ने कहा कि पर्यावरण शुद्ध रखने के लिए यज्ञों का आयोजन होना आवश्यक है। यज्ञ से केवल आध्यात्मिक लाभ ही नहीं होता है। बल्कि एक उद्देश्य अनेक लोगों को एक स्थान पर लाकर धर्म के प्रति संगठित करना भी है। इससे पूर्व पीत वस्त्रधारी महिलाओं व पुरुषों ने मां गायत्री मंदिर में गायत्री मंत्र का जाप करते हुए पूजा अर्चना की। गायत्री महायज्ञ में कार्यक्रम संयोजक शिवा कांत त्रिपाठी, सुरेंद्र सिंह, प्रमोद सिंह,अशोक कशोधन, रानावीर सिंह,राम बाबू मिश्रा, राम किशुन ,राम निवाज पॉल मैनेजर सहित महिला पुरुषों ने भाग लेकर धर्म लाभ प्राप्त किया।
