प्रयागराज । गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम तट महाकुम्भ नगर में श्रद्धालुओं का अद्भुत नजारा दिख रहा है। महाकुम्भ के पहले स्नान पौष पूर्णिमा के अवसर पर महाकुंभ में पहले स्नान पर्व पर देशभर से आए श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। आधी रात से ही श्रद्धालु और कल्पवासी संगम तट पर जुटने लगे थे। हर-हर गंगे और जय श्रीराम के गगनभेदी जयकारों से पूरा मेला क्षेत्र गुंजायमान हो रहा है। बच्चे, बुजुर्ग,महिलाएं तथा युवा वर्ग लाखों की संख्या में तड़के से ही संगम स्नान के लिए पहुंचने लगे। सिर पर गठरी का वजन और भयंकर शीतलहरी भी श्रद्धालुओं के उत्साह को कम नहीं कर सका। संगम नोज, एरावत घाट और वीआईपी घाट समेत समस्त घाटों पर रात से ही श्रद्धालु स्नान करते नजर आए। युवाओं में सनातन संस्कृति और आध्यात्मिकता के प्रति खासा उत्साह देखने को मिला। संगम स्नान के बाद दान-पुण्य में बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्गों तथा आंधी आबादी ने दान पुण्य की परंपरा को जीवंत करते दिखाई दिए। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मेला क्षेत्र में सुरक्षा के अभूतपूर्व पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से चप्पे-चप्पे की निगरानी की जा रही है। डीआईजी और एसएसपी खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं। भीड़ प्रबंधन के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। आधी रात और सुबह तड़के से ही पुलिस बल पूरी तरह मुस्तैद है।अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था में परिंदा पर नहीं मार सकता। पहले स्नान पर्व के दौरान इंद्रदेव ने भी अपनी कृपा बरसाई। एक दिन पहले हुई हल्की बारिश के बाद ठंडी हवा के बीच श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान का आनंद ले रहे हैं। संगम क्षेत्र में आस्था का ऐसा अद्भुत संगम देखने को मिला, जिसने सनातन संस्कृति और आस्था के प्रति गौरव की अनुभूति कराई है। महाकुम्भ नगर में अपार भीड़, आस्था का जन सैलाब देख हर एक हिन्दुतानी का सर गर्व से ऊंचा कर रहा है। विश्व का सबसे आबादी वाला जिला प्रयागराज में हर हर गंगे की गूंज पुरे विश्व में सोशलमीडिया के माध्यम से दिखाई दे रहा है ।
