राघवेंद्र मिश्रा
बाराबंकी
जिलाधिकारी अविनाश सिंह की धर्मपत्नी प्रीती सिंह ने गुरुवार को शेख मोहम्मद हसन गेट पर फीता काटकर दस दिवसीय देवा मेला का औपचारिक शुभारंभ किया। मेले का शुभारंभ होने के साथ ही सांस्कृतिक पंडाल में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी शुरुआत हो गई।
जो रब है वही राम है का संदेश देने वाले महान सूफी संत सैय्यद हाजी वारिस अली शाह के वालिद सैय्यद कुर्बान अली शाह में लगने वाला दस दिवसीय देवा मेला काफी प्राचीन है। कोरोना के चलते बीते दो वर्ष मेला आयोजित नहीं हुआ था। राजकीय शोक के चलते मेला इस बार पूर्व घोषित तिथि से दो दिन बाद आयोजित हो रहा है। गुरुवार को शहनाइयों की मधुर ध्वनि, पीएसी बैंड और आतिशबाजी के बीच मेले का शुभारंभ हुआ। शांति के प्रतीक कबूतर उड़ाए गए।
दुकानदार एसोसिएशन की तरफ से लंबू भाई ने दिया बुके
जिलाधिकारी की पत्नी ने मेला क्षेत्र का भ्रमण किया। दुकानदार एसोसिएशन की तरफ से लंबू भाई ने उन्हें बुके देकर सम्मानित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि देवा मेले से निकलने वाला सद्भाव का संदेश दुनिया को भाईचारे का संदेश देता है। शुभारंभ के साथ ही दस दिवसीय देवा मेले की रौनक बढ़ गई है। काफी बड़े क्षेत्रफल में फैले मेले में जायरीन की भीड़ उमड़ती है। देश- विदेश के जायरीन दरगाह की जियारत के लिए आते हैं। मेले की दुकानों पर भी बिक्री शुरू हो गई है।
तीन दिवसीय दंगल शुक्रवार से
देवा मेला का तीन दिवसीय दंगल शुक्रवार से शुरू होगा। इसमें नामी पहलवान अपनी दावपेंच दिखाएंगे।दंगल में मनोज पहलवान एवं जगदीप पहलवान काठमांडू के साथ ही मनजीत पहलवान हाथरस, संदीप पहलवान दिल्ली, भूपेंद्र पहलवान गाजियाबाद, संतोष पहलवान बनारस, शैतान पहलवान अयोध्या, रविंद्र पहलवान झांसी, रिंकू पहलवान हिमाचल प्रदेश, विपिन पहलवान हरियाणा सहित करीब 50 नामी पहलवानों की कुश्ती इस बार लोगों को देखने को मिलेगी। संचालक त्रिलोकपुर निवासी वारसी अखाड़ा देवा के पहलवान साबिर पहलवान ने बताया कि मेले के दंगल में इस बार कई महिला पहलवान भी नजर आएंगी।
